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________________ - आस्था की ओर बढ़ते कदम पंजाबी अनुवादित अप्रकाशित साहित्य महावीर दे पंज सिद्धांत १ : यह हमारी अप्रकाशित रचना है। इस की रचना वहुव्रत श्री श्रमण संघीय सलाहकार श्री ज्ञान मुनि जी महाराज ने की है। इस में भगवान महावीर के ५ सिद्धांतों का सुन्दर शास्त्रीय परम्परा के अनुसार विवेचन किया गया है। यह सिद्धांत हैं : १. अहिंसावाद : २. अनेकांतवाद ३. ईश्वरवाद ४. अपरिग्रहवाद ५. आत्मवाद इन ग्रंथों में इन सिद्धांतो की तार्किक ढंग से व्याख्या की गई है। श्री ज्ञान मुनि जी महाराज आचार्य श्री आत्मा राम के प्रमुख शिष्य थे। वह अपने नाम के अनुरूप ज्ञानवान हैं। उन्होंने आचार्य श्री आत्मा राम जी महाराज के नाम से अनेकों संस्थाओं का निर्माण पंजाव में किया है। ५० से ज्यादा ग्रंथ प्रकाशित करवा चुके हैं। इस में प्रज्ञापना सूत्र __ भाग - ३, (२) अंतकृतदशा, (३) अनुयोगद्वार-२, विपाक सूत्र प्रसिद्ध हैं। आप कवि व वक्ता भी हैं। उनकी महावीर आन्ती जगत प्रसिद्ध है। यह उनकी रचना अभी अप्रकाशित है। अच्छी व्यवस्था होने पर यह ग्रंथ भी प्रकाशित होगा। जम्बू दीप गाईड २ : यह लघु काया पुस्तिका की लेखिका हस्तिनापुर तीधं की निर्माण कर्ता माता ज्ञानमति जी महाराज हैं। वह महान विदूषी लेखिका हैं। आपकी ५० से ज्यादा ग्रंथ व पुस्तके विभिन्न विषयों पर प्रकाशित हो चुकी हैं। संस्कृत, प्राकृत, हिन्दी भाषाओं की महान विदूषी हैं। वह प्रभाविका साध्वी हैं। दिगम्बर परम्परा में, वह आचार्य देश भूषण जी 189
SR No.009994
Book TitleAstha ki aur Badhte Kadam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurushottam Jain, Ravindar Jain
Publisher26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti
Publication Year
Total Pages501
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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