SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 110
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्री सिंह तिलकसूरिविरचितं २. महाविद्यापीठम् ॥ णमो भगवओ बाहुबलिस प[समण] स महापण्डसमस्त खलु वीरियस Retreatorte arya महावर निवसु र निरगुनिवर वागुरिए महानागुरिए भागुरिए महाभागुरिए मोहरिए महामोहरिए सुमनसे महानुमणसे सिज्झउ मे भगवई महाविज्जा साहा ॥ उनि महाविद्यापीठम् ॥ ३. उपविद्यापीठम् ॥ ँ वग्गु वग्गु नित्रग्गु नित्रग्गु सोमे सोमणसे महुमहुरे इरिकाली किरिकाली गिरिकाली पिरिकाली सिरिकाली हिरिकाली इरियाई किरियाई गिरियाई पिरियाई सिरियाई हिरियाई कालिकालि महाकालि स्वाहा || इति उपविद्यापीठम् ॥ ४. मन्त्रपीठम् ॥ इरिहरिकालि फिरिनिरिकालि गिरिगिरिकालि पिरिपिरिकालि सिरेिसिरिगलि हिरिहिरिकालि आयरियकालि स्वाहा || इति मन्त्रपीठम् ॥ ९८ ] ५. मन्त्रराजपीठम् ॥ ant इरिइरिमेरु फिरिफिरिमेरु गिरिगिरिमरु 'पिरिपरिमेरु सिरिसिरिमेरु 'हिरिहिरिमेक ' हो" इरिमेरु 'किरिमेरु गिरिमेरु "परिमेरु "मिरिमेरु हिरिमेरु" आयेंरियमेरु | नहीं अर्ह मम सर्वसिद्धिं कुरु कुरु स्वाहा || मन्त्रराजपीठम् ॥ एप श्रीमूरिमन्त्र श्रीश्रीश्री सीमन्धरस्वामिदेवाधिदेवप्रगीत, श्री अम्बिकामहादेव्या श्रीमानदेवसूये समुपदिष्ट, श्रीवृहद्गच्छे मूलगाखाया श्रीमानदेवसूरीश्वरानुक्रमे प्रतिष्ठा rise मन्त्र प्रदीयते || आचार्यश्रीआत्मारामजी - अपरनाम विजयानन्दवरजस्त लिखित प्रतेरुतारितमिद श्रेयसे भूयान् चिर नन्दतात् ॥
SR No.009992
Book TitleMantraraj Rahasyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSinhtilaksuri, Jinvijay
PublisherBharatiya Vidya Bhavan
Publication Year1980
Total Pages156
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy