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________________ ४०४ श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासने अज्ञातकर्तृकायां ढुण्डिकायां । ६।४।१४२ ६।४।११० ६।४।१७० | द्विरथ्यः ६२।४४,६।४।८० ६।४।१४२ ६।४।१४३ ६।४।१४३ द्विकम् द्रौवयं खण्डम् ६।२।६१ | द्विप्रस्थम् ६।४।१५० द्विसहस्रम् द्वये देवमनुष्याः ६।४।१७१ द्विमाष्यम् ६।४।१४८ | द्विसांवत्सरिकः द्वादशका आर्हताः ६।२।१२८ | द्विमास्यो दारकः ६।४।११३ द्विसाप्ततिकः द्वादशरूपिकः ६।४।६८ द्विरथः ६१।२४,६।३।१७५, ६।३।१७६ द्विसाहस्रः द्वादशान्यिकः ६।४।६८ ६।३।१७५ द्विसाहस्रम् द्वादशान्यिका स्त्री ६।४।६८ | द्विरात्रीणः ६।४।११० द्विसुवर्णम् द्वादशाहिकी ६।४।९६ | द्विवर्षः ६।४।१११ द्विसौवर्णिकम् द्वाभ्यामन्यतरेण वा न्यूने गार्ग्यः ६।१।४ | द्विवर्षः सरकः ६।४।११२ द्वीन्द्रम् द्विकंसम् ६।४।१४१ | द्विवर्षीणः ६।४।१११ द्वीयम् ६।४।१३०,६।४।१५० | द्विवर्षीणः सरकः ६।४।११२ द्वैकुलिजिकी द्विकाकणीकम् ६।४।१४९ द्विवर्षो दारकः ६।४।११२ | द्वैगुणिकः द्विकार्षापणम् ६।४।१३३, ६।४।१४३ द्विवर्षों मनुष्यः ६।४।११२ द्वैचन्द्रायणिकः द्विकार्षापणिकम् ६।४।१४३ | द्विवार्षशतिकः ६।४।१७० | द्वैपः द्विकुलिजिकी ६।४।१६५ द्विवार्षसहस्रिकः ६।४।१७० द्वैपकमस्य हसितम् द्विकुलिजी ६।४।१६५ द्विवार्षिक: ६।४।१११ । | द्वैपको व्यासः द्विकुलिजीना ६।४।१६५ | द्विवार्षिकः सरकः ६।४।११२ द्वैपन्थः द्विखारीकम् ६।४।१४९ द्विवार्षिको मनुष्यः ६।४।११२ | द्वैपन्था स्त्री द्वितीयिकः ६।४।१५९ | द्विविंशतिकीनम् ६।४।१४० द्वैपम् द्विद्रोण: ६।४।१४२ द्विविस्तम् ६।४।१४४ द्वैपारायणिकः द्विद्रोणी ६।४।१६१ | द्विवेदः ६।२।१२७ द्वैप्यमस्य हसितम् द्विनिष्कः ६।२।४४ द्विवैस्तिकम् ६।४।१४४ द्वैप्यम् द्विनिष्कम् ६।४।१४४ द्विशतः ६।२।४४ द्वैप्यो मनुष्यः द्विनैष्किकः ६।२।४४ द्विशतकम् ६।४।१३१ द्वैमातुरः द्विनष्किकम् ६।४।१४४ द्विशतमानम् ६।४।१४२ द्विपण्यम् ६।४।१४८ ६।४।१४५ द्वैमासिकम् द्विपथिकः ६।४८८ ६।४।१४५ द्वैमासिको युवा द्विपथिकी स्त्री ६।४८८ द्विशाणम् ६।४।१४७ द्वैमासिको व्याधिः द्विपदा ६।२।११८ | द्विशाण्यम् ६।४।१४७ द्वैयन्यिकः द्विपात्रः ६।४।१६४ | द्विशातमानम् ६।४।१४२ द्वैयहिकः द्विपात्रिकः ६।४।१६४ | द्विशूर्पम् (२) ६।४।१४१ द्वैयह्निकः द्विपात्रिकी ६।४।१६४ | द्विशौर्पिकम् ६।४।८०, ६।४।१४१ द्वैरात्रिकः द्विपात्री ६।४।१६४ द्विषाष्टिकः ६।४।१७० द्वैवर्षिक: द्विपात्रीणः ६।४।१६४ | द्विषाष्टिकम् ६।४।१४१ द्वैवाजपेयिकी द्विपात्रीणा ६।४।१६४ | द्विसंवत्सरीणः ६।४।११० द्विपाद्यम् ६।४।१४८ द्विसमीनः ६।४।११० द्वैसमिकः द्विप्रतिकम् ६।४।१४३ | द्विसहस्रः ६।२।४४ व्यक्ष्यायण ६।२।१०१ ६।१७ ६।४।१६५ ६।४।३४ ६।४८० ६।२।१३१ ६।३।६८ ६।३।६८ ६।४।८९ ६।४।८९ ६३।६८ ६।४८० ६३।६८ ६।३।६८ ६।३।६८ ६१६६ द्वैमात्रः ६१६६ ६।४।९८ | द्विशतम् द्विशत्यम् ६।४।११३ ६।४।११३ ६।४।६७ ६।४।११० ६।४।११० ६।४।११० ६।४।१११ ६।४।९६ ६।४।१४७ ६।४।११० ६२।६८ द्वैशाणम् Shrenik/D/A-Shilchandrasuri/Doondhika Part-5 Folder (10-9-2012) Doondhika Part-6 Parishist 1st Proof 5-10-2013 / 2nd 14-10-2013 404
SR No.009970
Book TitleSiddha Hemchandra Shabdanushasane Agyat kartuka Dhundika Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalkirtivijay
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2013
Total Pages444
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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