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________________ २१. अन्य अनेको नय ७२२ १ नयो असख्याते भेद ९. नैगम के नौ भेद करके सग्रह आदि छः नयो को मिलाने से इलावा ।१।३३।४८ मे नयो के १५ भेद बताये है। १०. नय चक्र ।१८६-१८८ में निश्चय नय के २८ और व्यवहार नय के ८ भेद मिलाकर नयो के ३६ भेद होते है---द्रव्यार्थिक के दश, पर्यायार्थिक के छ., नैगम के तीन, सग्रह के दो, व्यवहार के दो, ऋजुसूत्र के दो, शब्द, समभिरूढ व एवभूत । ११. विशेषावश्यक भाव्य ।२२६४। में प्रत्येक नय के सौ सौ भेद करने पर नेगम, सग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र और शब्द इन पाच नयो के मानने से नयो के ५०० और सात नयो के मानने से सात सौ भेद होते है। १२. प्रवचन सार तत्व प्रदीपिका टीका परिशिष्ट मे निम्न ४७ नयो का उल्लेख है, जिनक अन्तर्भाव मूल नयो मे ही किया जा सकता है। व्य नय २. पर्याय नय, ३. अस्तित्व नय. ४. नास्तित्व ५ अस्तित्व-नास्तित्व नय. --- पपतव्य नय, ७. अस्तित्व अवक्तव्य नयाँ 1८. नास्तित्व अवक्त्तव्य नय, ९ अस्तित्व नास्तित्व अवक्तव्य नय, १०. विकल्प नय, ११ अविकल्प नय, १२. नाम नय, १३. स्थापना नय, १४ द्रव्य नय, १५ भाव नय. १६ सामान्य नय, १७ विशेष नय, १८. नित्य नय, १९. अनित्य नय, २० सर्वगत नय, २१. असर्वगत नय, २२. शून्य नय, २३. अशून्य नय, २४. ज्ञानज्ञेय द्वैत नय, २५. ज्ञानज्ञेय अद्वैत नय, २६. नियति नय, २७. अनियति नय, २८. स्वभाव नय, २९. अस्वभाव नय, ३० काल नय, ३१. अकाल नय, ३२. पुरुषाकार नय, ३३. दैव नय, ३४. ईश्वर नय, ३५ अनीश्वर नय, ३६, गुणी नय, ३७. अगुणी नय, ३८ कर्तृ नय,
SR No.009942
Book TitleNay Darpan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendra Varni
PublisherPremkumari Smarak Jain Granthmala
Publication Year1972
Total Pages806
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size33 MB
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