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________________ ज्योतिषप्रश्नफलगणना प्रश्नाक्षर शकार हो तो कार्य को सिद्धि, दिन-दिन सफल हो और अर्थ का लाभ, निश्चय ही सर्व कार्य हो ॥ ४६ ॥ १६ ष - काराक्षर में धन-धान्य की ओर सर्व कार्य की सिद्धि हो, निश्वय करके सदा कल्याण और सर्वदा शुभ हो ।। ४७ ।। स-कारे निष्फलं नित्यं चिन्तां च लभते नरः । मनसा चिन्तितं कार्य सर्वमेव विनश्यति ॥ ४८ ॥ ह-कारे च महासिद्धिः सर्वकार्य फलप्रदा । सिध्यन्ति सर्वकार्याणि नात्र कार्या विचारणा ॥ ४९ ॥ क्ष-कारे राजसन्मान विद्यालाभस्तर्थव च । स्थानं च शोभनं तस्य रुद्रवाक्ये न संशयः ॥ ५० ॥ इति स- कार में सब कार्य निष्फल हो, जो विचार करें वह सब नष्ट हो ।। ४८ ।। अनेक चिन्ता मनुष्य को हो और मन में indi com ह - कार में सब काम और फलों को देने वाली महासिद्धि हो, सब कार्य सिद्ध हो, इसमें कुछ विचार नहीं करना ।। ४९ ॥ क्ष - काराक्षर में राजसम्मान, विद्या का लाभ, स्थान का लाभ और कल्याण उसका हो, यह शिवजी का वाक्य है । इसमें सन्देह नहीं करना ।। ५० ।। इति बीजप्रश्नः । :0: ● - http://www.ApniHindi.com
SR No.009846
Book TitleJyotish Prashna Falganana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDayashankar Upadhyay
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1975
Total Pages53
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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