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________________ आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद 0 [६३] पुप्फचूलियाणं [आगमसुत्ताणि-२२] एक्कारसमं उवंगसुत्तं [६४] वण्हिदसाणं [आगमसुत्ताणि-२३] बारसमं उवंगसुत्तं [६५] चउसरणं [आगमसुत्ताणि-२४] पढमं पईण्णगं [६६] आउरपच्चक्खाणं [आगमसुत्ताणि-२५] बीअं पईण्णगं [६७] महापच्चक्खाणं [आगमसुत्ताणि-२६] तीइयं पईण्णगं [६८] भत्तपरिण्णा [आगमसुत्ताणि-२७] चउत्थं पईण्णगं [६९] तंदुलवेयालियं [आगमसुत्ताणि-२८] पंचमं पईण्णगं [७०] संथारगं [आगमसुत्ताणि-२९] छटुं पईण्णगं [७१] गच्छायार [आगमसुत्ताणि-३०/१] सत्तमं पईण्णगं-१ [७२] चंदावेज्झयं [आगमसुत्ताणि-३०/२] सत्तमं पईण्णगं-२ [७३] गणिविजा [आगमसुत्ताणि-३१] _अठ्ठमं पईण्णगं [७४] देविंदत्थओ [आगमसुत्ताणि-३२] नवमं पईण्णगं [७५] मरणसमाहि [आगमसुत्ताणि-३३/१] दसमं पईण्णगं-१ [७६] वीरत्थव [आगमसुत्ताणि-३३/२] दसमं पईण्णगं-२ [७७] निसीहं [आगमसुत्ताणि-३४] पढमं छेयसुत्तं [७८] बुहत्कप्पो [आगमसुत्ताणि-३५] बीअंछेयसत्तं [७९] ववहार [आगमसुत्ताणि-३६] तइयं छेयसुत्तं [८०] दसासुयक्खंध [आगमसुत्ताणि-३७] चउत्थं छेयसुत्तं [८१] जीयकप्पो [आगमसुत्ताणि-३८/१] पंचमं छेयसुत्तं-१ [८२] पंचकप्पभास [आगमसुत्ताणि-३८/२] पंचमं छेयसुत्तं-२ [८३] महानिसीहं [आगमसुत्ताणि-३९] छठे छेयसुत्तं [८४] आवस्सयं [आगमसुत्ताणि-४०] पढम मूलसुत्तं [८५] ओहनिज्जुत्ति [आगमसुत्ताणि-४१/१] बीअं मूलसुत्तं-१ [८६] पिंडनिनुत्ति [आगमसुत्ताणि-४१/२] बीअं मूलसुत्तं-२ [८७] दसवेयालियं [आगमसुत्ताणि-४२] तइयं मूलसुत्तं [८८] उत्तरज्झयणं [आगमसुत्ताणि-४३] चउत्थं मूलसुत्तं [८९] नंदीसूयं [आगमसुत्ताणि-४४] पढमा चूलिया [९०] अनुओगदारं [आगमसुत्ताणि-४५] बितिया चूलिया પ્રકાશન ૪૨ થી ૯૦ અભિનવશ્રુત પ્રકાશને પ્રગટ કરેલ છે. |
SR No.009788
Book TitleAgam Sutra Hindi Anuvad Part 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Aradhana Kendra
Publication Year2001
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size8 MB
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