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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ሀ ረ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जीवाजीवाभिगम इ/दी०/१८० घरमंडवस्स उत्तरिल्ले दारे जेणेव उत्तरिल्लस्स पेच्छाधरमंडवस्स पुरथिमिल्ले दारे जेणेव उत्तरिल्लस्स पेच्छाघरमंडबस्स दाहिणिल्ला खंभपंती जेणेव उत्तरिल्ले दारे मुहमंडवे जेणेव उत्तरिल्लरस मुहमंडवस्त बहुमज्झसभाए तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता जेणेव उत्तरिल्लरस मुहमंडवस्त पद्यत्थिममिले दारे जेणेव उत्तरिल्लस मुहमंडयस्स उत्तरिल्ले दारे जेणेव उत्तरिल्लस्स मुहमंडवस्स पुरथिमिल्ले दारे जेणेव उत्तरिल्लस मुहमंडवरस दाहिणिल्ला खंभपती जेणेव सिद्धायतणस्स उत्तरिल्ले दारे जेणेव सिद्धायतणस्स पुरथिमिल्ले दारे जेणेव पुरथिमिल्ले दारे मुहमंडवे जेणेव पुरत्यमिल्लस्त मुहमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता जेणेव पुरत्थिमिल्लस्स मुहमंडवस्स दाहिणिल्ले दारे जेणेव पुरथिमिल्लरस मुहमंडवरस पञ्चत्थिमल्ला खंभपती जेणेव पुरत्थिमिल्लस्स मुहमंडवस्स उत्तरिल्ले द्वारे जेणेव पुरत्थि मिल्लस्स मुहभंडवस्स पुरथिमिल्ले दारे जेणेव पुरथिमिले पेच्छाघरमंडवे जेणेव पुरथिमिल्लस पेच्छाघरमंडयस्स बहुमज्झदेसभाए जेणेव वइरामए अक्खाए जेणेव मणिपेढिया जेणेव सीहासणे जेणेव पुरथिमिलस्स पेच्छाधरमंडवस्स दाहिणिल्ले दारे जेणेव पुरत्थिमिल्लस्स पेच्छाघरमंडवरस पञ्चत्थिमिल्ला खंभपती जेणेव पुरथिमिल्लस्स पेच्छाघरमंडवस्स उत्तरिल्ले दारे जेणेव पुरत्थिमिल्लरस पेच्छाघरमंडलवस्स पुरथिमिले दारे जेणेव पुरथिमिल्ले चेइयथूभे जेणेव दाहिणिल्ला मणिपेढिया - जेणेव दाहिणिल्ला जिनपडिमा जेणेव पच्चत्थिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव पत्रत्थिमिल्ला जिनपडिमा जेणेव उत्तरिल्ला मणिपेढिया जेणेव उत्तरिल्ला जिनपडिमा जेणेव पुरथिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव पुरथिमिल्ला जिनपडिमा जेणेव पुरत्थिमिल्ले चेइयरुक्खे जेणेव पुरत्यमिल्ले महिंदज्झए जेणेव पुरत्थिमिल्ला नंदापुक्खरिणी तेणेव उचागच्छति उवागच्छिता जाव धूवं दलयइ दलइत्ता जेणेव सभा सुहम्मा तेणेय उवागच्छति उवागच्छित्ता सभं सुहम्मं पुरथिमिल्लेणं दारेणं अनुष्पविसति अनुपविसित्ता जेणेव मणिपेडिया तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता आलोए जिनसकहाणं पणामं करेति करेत्ता जेणेव माणवए चेतियथंभे जेणेव वइरामया गोलवट्टसमुग्गका तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता वइरामे गोलवट्टसमुग्गए हइ गेण्हित्ता विहाडेइ विहाडेत्ता जिणसकहाओ गेण्हइ गेहिता सोमहत्यगं परामुसइ परामुसित्ता जिणसकहाओ लोमहत्यगेणं पमञ्जति पमजित्ता दिव्याए दगधाराए अब्भुक्ख अय्भुक्खइत्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं अनुलिपति अनुलिंपित्ता अग्गेहिं वरेहिं गंधेहिं मल्लेहि य अच्चेइ अच्छेत्ता धूवं दहति दहित्ता वइराभएस गोलवट्टसमुग्गएसु पक्खिवइ पक्खिवित्ता वइरामए गोलबट्टसमुग्गाए पडिपिधेइ पडिपिधेत्ता वइरामए गोलवट्टसमुग्गए पडिणिक्खवइ पडिणिक्खिवित्ता पुष्कारुहणं जाव आभरणारुहणं करेइ करेत्तालोमहत्यगं परामुसइ परामुसित्ता मामवकं चेतियखंभं लोमहत्यगेणं पमज्जति पमजित्ता दिव्वाए दगधाराए अब्भुक्खइ अब्भुक्खित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं चचए दलयइ दलइत्ता पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ दलइत्ताजेणेव मणिपेढिया जेणेव सीहासणे तेणेव तहेब दाराणिया जेणेव मणिपेढिया जेणेव देवसवणिजे तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता जेणेव मणिपेढिया जेणेच खुड्डागमहिंदज्झए तेणेव उवागच्छति उवागच्छिता - जेणेव पहरणकोसचोप्पाले तेणेव उवागच्छति उबागच्छिता लोमहत्थगं परामुसइ परामुसिता फलिहरयणपामोक्खाई पहरणरयणाई लोमहत्यगेणं पमञ्जति पमजिता दिव्वाए दगधाराए अमुक्ख अदक्खित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयति दत्तइत्ता पुप्फारुहणं जाव भरणारुहणं करेति करेत्ता आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारिय- मल्लदापकलावं करेति करेत्ता For Private And Personal Use Only
SR No.009740
Book TitleAgam 14 Jivajivabhigama Uvangsutt 03 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages162
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 14, & agam_jivajivabhigam
File Size3 MB
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