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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir टाणं - १/२८ (२८) एगे उववाए २८1-28 (२१) एगा तक्का ।२९।-29 (३०) एगा सण्णा ३०1-30 (३१) एगा मना ।३१1-31 (३२) एगा वित् ।३२१-32 (३३) एगा वेयणा ॥३३१-33 (३४) एगे छेयणे ॥३४॥ (३५) एगे भेयणे ।३५/35 (३६) एगे मरणे अंतिमसारीरियाणं ।३६।-36 (३७) एगे संसुद्धे अहाभूए पत्ते ।३७१-37 (३८) एगे दुक्खे जीवाणं एगभूए ।३८1-38 (३९) एगा अहम्मपडिमा जं से आया परिकिलेसति ।३९। 39 (४०) एगा धम्मपडिमा जं से आया पजवजाए ।४०।-40 (४१) एगे मणे देवासुरमणुपाणं तंसि तसि समयंसि एगा वई देवासुरमणुयाणं तंसि तंसि समयंसि एगे काय-बायापे देवासुरमणुयाणं तंसि तंसि समयंसि ।४141 (४२) एगे उट्ठाण-कम्म बल-वीरिय-पुरिसकार-परक्क मे देवासुरमणुयाणं तंसि तंसि समयंसि ।।२|-42 (४३) एगे नाणे एगे दंसणे एगे चरिते ।।३।-43 (४४) एगे समए ।।४144 (४५) एगे पएसे एगे परमाणू ।।५1.45 (४६) एगा सिद्धि एगे सिद्धे एगे परिनिव्वाणे एगे परिनिव्वुए 1४६/-46 (४७) एगे सद्दे एगे रूवे एगे गंधे एगे रसे एगे फासे एगे सुमिसद्दे एगे दुब्बिसद्दे एगे सुरुवे एगे दुरूवे एगे दीहे एगे हस्से एगे वट्टे एगे तसे एगे चउरंसे एगे पिहले एगे परिमंडले एगे किण्हे एगे नीले एगे लोहिए एगे हालिद्दे एगे सुकिल्ले एगे सुब्मिगंधे एगे दुभिगंधे एगे तिते एगे कडुए एगे कसाए एगे अंबिले एगे महुरे एगे कक्खडे [एगे मउए एगे गरुए एगे लहुए एगे सीते एगे उसिणे एगे निद्धे एगे] लुखे ।१७।-47 (4) एगे पाणातिवाए |एगे मुसावाए एगे अदिण्णादाणे एगे मेहुणे एगे] परिगहे एगे कोहे [एगे माने एगा माया एगे] लोभे एगे पेजे एगे दोसे एगे कलहे एगे अमक्खाणे एगे पेसुने एगे परपरिवाए एगा अरतिरती एगे मायामोसे एगे मिच्छादसणसल्ले ।४८1-48 (४९) एगे पाणाइवाय-वेरमणे [एगे मुसावाय-वेरमणे एगे अदिन्नादाण-वेरमणे एगे मेहुण वेरमणे एगे] परिग्गह-वेरपणे एगे कोह-विवेगे [एगे मान-विवेगे एगे माया-विवेगे एगे लोभ-दिवेगे एगे पेज-विवेगे एगे दोस-विवेगे एगे कलह-विवेगे एगे अमक्खाण-विवेगे एगे पेसुन-विवेगे एगे परपरिवाय-विवेगे एगे अरतिरति-विवेगे एगे मायामोस-विवेगे एगे] मिच्छादसणसल्ल-विवेगे ।।९।-49 (५०) एगा ओसप्पिणी एगा सुसम सुसमा [एगा सुसमा एगा सुसम-दूसमा एगा For Private And Personal Use Only
SR No.009729
Book TitleAgam 03 Thanam Angsutt 03 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages170
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 03, & agam_sthanang
File Size3 MB
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