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________________ जैन धातु प्रतिमा लेख] [६१ ३६३ संवत १६२१ वर्षे माघ सुदि ७ गुरौ श्री अँचलगच्छे पूज्य भट्टारक श्रीरत्नसागरसूरीश्वराणामुपदेशात श्रीकच्छदेशे भचाउ नगरवास्तव्यः उसर्वशे लघुशाखायो नागड़ा गोत्रे सा० नेणदेवजी पुण्यार्थ श्रीशांतिनाथबिम्बम् (कारित) सम्वत् १९२१ वर्षे माघसुदि ७ गुरौ श्रीघलगच्छे भट्टारक रत्नसागरसूरीश्वराणुपदेशेने श्रीकच्छदेशे नागनपुर वास्तव्यः उसशे लघुशाखायां खोना गोत्रे शा० वीरसी जशवन्त तत् भार्या वालवाई तत्पुत्र देअर पुण्यार्थं विमलनाथजीबिम्ब करापितं. संवत १९२६ मी० फागुन शुक्ल ७ बुधवासरे, इदम् धर्मजिन (बिम्बं) कारापितम् उसवालज्ञातौ धाडेवागोत्रे कालूराम तत्भार्या छुनोबीबी प्रतिष्ठितम् श्रीजिनहंससूरिभिः । सं० १९२६ मिती फागण शुक्ल ७ बुधवासरे इदम् विमलजिन (बिम्बं) कारापितं उसवालज्ञातौ महता भार्या मयनाबीत्री प्रतिष्ठतं भ० श्री जिनहंससूरिभिः | "उगणिस सै अरु तीस को ॥ संवत् अति श्रीकार !! शिखर गिरि की तलहटी ।। मन्दर जीर्णोद्वार ।। जीरणधार वनावणे । अति मन रंग से। अति उत्संग उदार ॥ सहर मकसूदाबाद में ।। ३६३ अनन्तनाथ जैन मन्दिर काथा बाजार बम्बई । ३६४ पुरातन जैन मन्दिर अमरावती। ३६५ खरतरगच्छीय जैनमन्दिर तुलापट्टी कलकत्ता। ३६६ खरतरगच्छीय जैनमन्दिरतुलापट्टी कलकत्ता। ३६७ सम्मेद शिखर मन्दिर मधुवन । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009681
Book TitleJain Dhatu Pratima Lekh Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKantisagar
PublisherJindattsuri Gyanbhandar
Publication Year1950
Total Pages144
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size4 MB
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