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________________ (एए) (५) हतियाण शातिशृङ्गार चोपड़ा गोत्रीय संघनायक संघवी तुलसीदास नार्या निहा सो पुत्र सं० संग्राम । (६) लघुत्रातृ गोवर्धन तेजपाल नोजराज । रोहदीय गोत्रीय मं० परमाणंद सपरिवार भदधा गोत्रीय विशेष धर्म। (3) कम्मोद्यम विधायक व मुलीचंद कानड़ा गोत्रीय मं मदनस्वामीदास मनोहर कुशला मुंदरदास रोहदिया। (७) मथुरादास नागयण दासः गिरिधर सन्तादास प्रसादौ । वार्त्तिदिया गो गूजरमद्ध बृदड़मल मोहनदास । (ए) माणिकचन्द बूदमल्ल जेठमल व जगन नूरीचन्द । नान्हा गो 70 कल्याणमन्त्र मलूकचन्द पन्ना(१७) चन्द । संघेला गोत्रीय व सिंजू कीर्तिराख बाबूराय केसवराय सूरतिसिंघ । काड़ा गोप दयाल। ११) दास नोवालदास कृपालदास मीर मुरारीदास किलू । काणा गोत्रीय व राजपाल रामचन्द ॥ (१५) महधा गो कीर्तिसिंघ रोग बोचन्द । जाजीयाण गोश मं० नथमल नंदलास नान्हड़ा गोत्रीय। (१३) वापरास नागरमल कमलदास ॥ रोग सुन्दर सूरति मूरति सवल कृती प्रताप पाहड़िया। ( १४) गोण् हेमराज भूपति । काणा गो मोहन सुखमल का गढ़मल जा० हरदास पुर सोत्तम । मीणवा. (१५) ण गोल बिहारीदास बिछ । मह० मेदनी जगवान गरीबदास साहरेणपुरीय जीवण वजागरा गो। (१६) मलूकचन्द जूऊ गो० सवल बन्दी संती । चोग गो नरसिंघ हीरा घरमू उत्तम वर्षमान प्रमुख श्री। "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009679
Book TitleJain Lekh Sangraha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuranchand Nahar
PublisherPuranchand Nahar
Publication Year
Total Pages356
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size7 MB
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