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________________ Plate XX. लिपिपत्र २१वा. गमा रु के दामपत्र तथा राजा अंशुवर्मा, दगगण भादि के लेखों मे. (ई. म. को मामवीं और पाठवीं शताब्दी). बंमखेड़ा में मिले हुए राजा हर्ष के दानपत्र में मस्य मुख्य अक्षर ( हर्ष म.२२ = ई. म. ६२८), लउ र ६५५ ५ ५ ५ नरादाबा पान के राजा अंशुवर्मा के नेत्रव में मुख्य मुख्य अक्षर (हर्ष म.Lt.म.१४५५). ८ र प ध ब भ प ष म दू झि जा त्यू व्या ा चि हा खि, ८२२न 4 महिम राजा दुर्गगण के दानरापाटन के लेख मे मुख्य मुख्य अचर (वि. सं. १ = ई. स. ६८५.). ज, २० 57 गुश प उ १८M 65 ५ द ध न क भ य स दुः र पू जा , त्यं पी 4 x ओं, 0र (मल द.१५ टीम अ - पा ४ ( ल खुदारकोट के मेख में मुख्य मुख्य अक्षर (ई.म. की भासवीं शताम्दी). 3 ए ऐ ओ क य ह ना था इ चि था सो 3 ट यान स दा त् न. 3) - राजा शिवगण के कोटा के लेख में मुख्य मुख्य प्रवर (वि. म. २५-ई. म. ३८). 1515 45ws V° 5 ना ५० ༠༢ - ༢༠ wཆལམཾ ན༡ ནཱའི་ ནམ་ད་ ༢༤༢༤༡༥་ལམཱུ་ལ ༢ ཉེས देवयानुकरदिपिदैः ॥ ॥ Aho! Shrutgyanam
SR No.009672
Book TitleBharatiya Prachin Lipimala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaurishankar H Oza
PublisherMunshiram Manoharlal Publisher's Pvt Ltd New Delhi
Publication Year1971
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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