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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यही है जिंदगी २५२ २५२ ११३. बचपन चाहता है तुम्हें ३ 'लोस एन्जिल्स' नगर की यह बात है। 'हावर्ड मेक्सवेल' अपनी बेटी 'मेलिंडा' से खूब प्यार करता है। चार साल की अपनी बेटी को अपनी गोद में बिठाकर उसको प्रतिदिन कहानी सुनाता है। ___एक दिन मेक्सवेल बाजार से 'थ्री लिटील पिग्स' नाम की पुस्तक खरीद कर ले आया। उस किताब में से मेलिंडा को कहानियाँ सुनाने लगा | मेलिंडा को मजा आ गया। प्रतिदिन कहानी सुनने का आग्रह करने लगी। मेक्सवेल ने सभी कहानियों को 'टेप' कर लिया। ___ शाम को जब मेक्सवेल घर आया, मेलिंडा ने कहानी सुनाने को कहा। मेक्सवेल ने टेपरेकॉर्डर शुरू कर दिया। मेलिंडा ने चुपचाप सुन लिया और सो गयी। दूसरे दिन भी टेपरेकॉर्डर से कहानी सुन ली। तीसरे दिन उसने मेक्सवेल को कहा : 'मुझे कहानी सुनाइये ।' मेक्सवेल ने कहा : 'तू स्वयं टेपरेकॉर्डर शुरू कर के कहानी क्यों नहीं सुन लेती?' __ मेलिंडा ने कहा : 'पप्पा, टेपरेकॉर्डर से कहानी सुन लूँ, परन्तु वह मुझे अपनी गोद में तो नहीं बिठायेगा न?' ० ० ० - बच्चों को प्रेम चाहिए। - माता का प्रेम चाहिए, पिता का प्रेम चाहिए। - बच्चे माता से बातें करना चाहते हैं, पिता से बातें करना चाहते हैं। वे माता से, पिता से कहानियाँ सुनना भी चाहते हैं। -- माता-पिता कहानियों के माध्यम से बच्चों में संस्कारों का सिंचन कर सकते हैं। जीवन जीने की कला सिखा सकते हैं। - कहानी का माध्यम, बच्चों के लिये विशेष रूप से उपयुक्त होता है। - बच्चों को माता-पिता का प्रेम मिलने से बच्चों के हृदय कोमल बनते हैं। माता-पिता के प्रति प्रेम बना रहता है, इससे बच्चों में आज्ञाधारिता आती है। - केवल उपदेश देने से बच्चों को संस्कारी नहीं बनाया जा सकता। - बच्चों के प्रति आक्रोश करने से उनको सुधारा नहीं जा सकता। - कटुतापूर्ण व्यवहार करने से बच्चों के हृदय में प्रतिकार की इच्छा प्रबल बनती जाती है। For Private And Personal Use Only
SR No.009641
Book TitleYahi Hai Jindgi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadraguptasuri
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2009
Total Pages299
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size3 MB
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