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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पत्र ७ श्री पद्मप्रभ स्वामी १ माता का नाम सुसीमा रानी २ पिता का नाम श्रीधर राजा ३ च्यवन कल्याणक माघ कृष्णा ६/कौशाम्बी ४ जन्म कल्याणक कार्तिक कृष्णा १२/कौशाम्बी ५ दीक्षा कल्याणक कार्तिक कृष्णा १३/कौशाम्बी ६ केवलज्ञान कल्याणक चैत्र शुक्ला १५/कौशाम्बी ७ निर्वाण कल्याणक मार्गशीर्ष कृष्णा ११/सम्मेतशिखर ८ गणधर १०७ प्रमुख सुद्योत ९ साधु संख्या ३ लाख ३० हजार प्रमुख सुद्योत १० साध्वी संख्या ४ लाख २० हजार प्रमुख रति ११ श्रावक संख्या २ लाख ७६ हजार १२ श्राविका संख्या ५ लाख ५ हजार १३ ज्ञानवृक्ष छत्राभ १४ यक्ष [अधिष्ठायक देव] १५ यक्षिणी [अधिष्ठायिका देवी] श्यामा १६ आयुष्य ३० लाख पूर्व १७ लंछन [चिह्न-Mark] पद्म [कमल १८ च्यवन किस देवलोक से? ग्रैवेयक १९ तीर्थंकर नामकर्म उपार्जन अपराजित के भव में २० पूर्वभव कितने? २१ छद्मस्थावस्था ६ महीना २२ गृहस्थावस्था २९ लाख पूर्व एवं १६ पूर्वांग २३ शरीरवर्ण (आभा) लाल २४ दीक्षा दिन की शिबिका का नाम निर्वृत्तिकरी २५ नाम-अर्थ माँ को कमलपत्र की शय्या में सोने की इच्छा हुई। कुसुम For Private And Personal Use Only
SR No.009635
Book TitleMagar Sacha Kaun Batave
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadraguptasuri
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2010
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size2 MB
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