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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रवचन-३२ ९४ कोट में से माल गायब हो गया है, तो उसके मन में मेरे प्रति ही शंका होगी... और संभव है कि पुलिस में रिपोर्ट भी कर दे...' पैसे के लिए खून भी कर दिया : वह कुछ क्षण सोचता रहा.... शीघ्रता से सोचता रहा, मित्र जाग उठे इसके पहले ही काम निपटाना था! एक लाख रूपये की लालच ने उसको घोर विश्वासघात का पाप करने को उत्तेजित कर दिया । इतना ही नहीं, उसने अपने मित्र की हत्या कर डालने का भी भयानक विचार कर लिया। 'यदि यह जिन्दा रहेगा तो मेरे लिए आफत पैदा कर सकता है। इसको जिन्दा ही नहीं रखना चाहिए।' विश्वासघात और मित्रवध! लाख रुपये पाने के लिए वह दोनों पाप करने तैयार हो गया। उसने अपने सोये हुए मित्र की ओर देखा.... तीक्ष्ण शस्त्र हाथ में लिया, मित्र के गले पर चला दिया। दो क्षण में भयानक दुर्घटना घट गई। पहला काम उसने लाख रुपये की उस 'ज्वेलरी' को छुपाने का किया । फिर कमरे से बाहर निकल कर, कमरे को ताला लगाकर बाजार चला गया। लोहे की एक मजबूत पेटी खरीद कर लाया । एक किराये की टैक्सी भी तय कर ली। टैक्सीवाले से कहा : 'तुम इस बिल्डिंग के नीचे खड़े रहो, मैं इस पेटी में पुरानी बहियाँ भरकर, रस्सी से नीचे उतारूँगा | पेटी गाड़ी के अन्दर रख देना, फिर अपन जुहू चलेंगे, वहाँ समुद्र में पेटी डालकर वापस लौटेंगे। तुम्हें पूरा किराया मिल जायेगा।' टेक्सीवाले ने ज्यादा किराया माँगा। इसने मंजूर कर लिया और कहा कि वापस लौटने पर उसका किराया मिल जायेगा। क्रूरता कितनी खतरनाक है : लोहे की पेटी लेकर वह अपने कमरे में आया । उसने कमरा भीतर से बन्द कर दिया। मित्र के मृतदेह के उसने टुकड़े किये और उस पेटी में भर दिये। पेटी बन्द कर दी, ताला लगा दिया और कमरे को साफ कर दिया । खून से सने हुए कपड़ों को भी उसने उस पेटी में डाल दिया था। हत्या का एक भी सबूत घर में उसने नहीं छोड़ा। पेटी को उसने रस्सी से बाधा और सीधे नीचे रोड़ पर उतार दिया। ड्राइवर ने पेटी गाड़ी में रख दी। वह हत्यारा नीचे आया और गाड़ी में बैठ For Private And Personal Use Only
SR No.009630
Book TitleDhammam Sarnam Pavajjami Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadraguptasuri
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2010
Total Pages291
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Discourse, & Religion
File Size2 MB
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