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________________ (३ ) पृष्ठ २६० वीरम (श्रावक) वीरमपुर वीरमती वीसलदेव (राजा) वृद्धपुर वृद्धभोज वृद्धवादी वृषभदेव वेगवती ( स्त्री) १४ १७२ ३१४ २५६ २६० २४० २६१ ३३ वेनातटपुर २४५ १११ वेसर वैताढ्य ( पर्वत ) वैभारगिरि (पर्वत) वैरोचन ( मन्त्री) वैरोच्या (सी) शान्तिजिन (सीकर) शालकायन (योगी) शालिभद्र ( श्रेष्टि) शालिभद्र शारिसूरि (जैनाचार्य) शास्त्रशमस्तोत्र (अन्य ) शिवि (राजा) शिलादित्य (राजा) शिवभूति ( तापस) शिवभूति ( पुरुष ) शिवा (स्त्री) शिवासमुद्र (स्थान) शुद्धपट ( रजक) शुभशील (प्रस्तुतमन्थकार) शृगाड ( वणिक) शादत्त ( वणिक् ) शोभन ( सूत्रधार ) शोभन ( जैन मुनिः) श्रीधर (राजा) भीधर (मुनि) श्रीधर (ब्राह्मण) श्रीधर (श्रेष्ठो) श्रीधराचार्य मीधरपुर (प्राम) श्रीनगर (प्राम) श्रीपति (पणिक ) भोपाल (राजा) श्रीपुर (प्राम ) १२४ २४० २४२ शकटाल ( मन्त्री) शक्रावतार ( तीर्थ) शकुनिकाविहार ( तीथे) शङ्ग्रेश्वर ( प्राम) रद्धेश्वर विहार ( तीर्थ ) सतबल ( राजपुत्र) शतानन्द (राजा) शतानीक (राजा) शत्रुञ्जय ( तीर्थ ) शाकम्भरी (गरी) शातवाहन (राजा) शान्तिकरस्तष (प्रन्थ ) ११ ११६ "Aho Shrutgyanam"
SR No.009525
Book TitlePanchashati Prabodh Sambandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMrugendravijay
PublisherSuvasit Sahitya Prakashan
Publication Year1968
Total Pages456
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size9 MB
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