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________________ पृष्ठं २१८ २५, ५० ३११ कुमारपाल (राजा) कुमारपाळपासाद (चैत्व) कुमारविहार कुंभकर्ण ( राक्षसः) कुंभलमेर (गिरिः) कुमुदचन्द्र (भाचार्य) कौशाम्बी (लता) कौस्तुभ क्षिविप्रतिष्ठिसपुर १५१ २५६ २०० सारसरवाहिका (चैत्य) सर (राक्षसः) बरसाणी (वणिग) खण्सप्रशस्तिकाम्ब (ब) खेंगार (राजा) २४२ २३९ ३४२ खेटपुर कुरुचन्द्र (राजा) कुर्मारपुर कुसुमपुर कूष्माण्डी (दवी) कृपावती कृष्ण (वासुदेव) कृष्ण (पामपति) गंगदत्त २३१ १ मंगा मंगिता २२७ गणधर ३४८ ३०४ गान्धार (राखा) गया (नदी, तीर्थ) कृष्ण (राजा) कृष्णद्वैपायन केदारभूमि फेलिपुर शीराज २५६ २०२ ३८७ कोकिल कोकिलपुर २०४ २९७ २९७ ४८ गलिककोटपुर गागिल गिरिनार गिरिड गिजनीसुरत्राण गुब्शवपुर गुणराज (संघपतिः) गुणवती गुणसार गुणसेनसूरि २५१ १९० कोडाकोडिप्रासाद कोरियाम कोममसूरि कौशाम्बी ( नगरी) "Aho Shrutgyanam"
SR No.009525
Book TitlePanchashati Prabodh Sambandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMrugendravijay
PublisherSuvasit Sahitya Prakashan
Publication Year1968
Total Pages456
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size9 MB
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