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________________ [516] आवश्यकनियुक्ति आवश्यकभाष्य आवश्यकभाष्य आवश्यक विवरण आवश्यक वृत्ति आवश्यक वृत्ति आवश्यक वृत्ति आवश्यकसूत्र आवश्यक सूत्र उत्तराध्ययनसूत्र उत्तराध्ययनवृत्ति ओघनियुक्ति (सभाष्य): औपपातिक सूत्र : भाग 1, डॉ. समणी कुसुमप्रज्ञा, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्रथम संस्करण, ई. 2001 आगमोदय समिति, मेहसाना, वि. 1917 दे. ला. जैन पुस्तको. फंड, सूरत, वि. 1976 आचार्य मलयगिरि, आगमोदय समिति, मुम्बई, ई. 1928-32 हरिभद्र सूरि, आगमोदय समिति मेहसाना भाग 1, श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट, मुम्बई, विक्रम सं. 2046 आचार्य मलयगिरि, आगमोदय समिति, बम्बई, ई. 1928-32 युवाचार्य श्री मधुकरमुनिजी, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, ई. 1985 (नवसुत्ताणि), आचार्य तुलसी, जैन विश्व भारती, लाडनूं युवाचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, प्रथम संस्करण, ई. 1984 शांत्याचार्य, देवचन्द लालभाई जैन पुस्तकोद्धार भण्डागार संस्था, बम्बई, सं. 1973 वृत्तिकार द्रोणाचार्य, आ. विजयदान सूरीश्वर जैन ग्रंथमाला सूरत, ई. 1957 युवाचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, ई. 1992 भाग 1-6, देवेन्द्र सूरि (हिन्दी व्याख्या - पं. सुखलाल संघवी) श्री वर्धमान स्था. जैन धार्मिक शिक्षा समिति, बडौत (उ. प्र.) आचार्य शिवशर्मसूरि कृत, विवेचक आचार्य नानेश, श्री गणेश स्मृति ग्रन्थमाला, बीकानेर अभयचन्द्रसिद्धान्त चक्रवर्तीकृत (विवेचक - डॉ. गोकुलचन्द्रजैन), भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, नई दिल्ली, ई. 1968 युवाचार्य महाप्रज्ञ, आदर्श साहित्य संघ, चुरु, ई. 1990 भाग 1 से 5, देवेन्द्र मुनि, तारक गुरु जैन ग्रंथालय, उदयपुर (जयधवल/महाधवल) भाग 1, गुणधराचार्य (टीकाकार वीरसेनाचार्य और जिनसेनाचार्य) भारतवर्षीय दि. जैन संघ, चौरासी मथुरा (उ.प्र), तृतीय संस्करण, ई. 2003 स्वामी कार्तिकेय, श्री. दिगम्बर जैन स्वाध्याय मन्दिर ट्रस्ट, सोनगढ, तृतीय संस्करण, वी. नि. 2505 पं. दलसुखभाई मालवणिया, राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर, प्रथम संस्करण, सन् 1982 रत्नशेखर सूरि, आत्मतिलक ग्रन्थ सोसायटी, अहमदाबाद, वि. 1975 डॉ. सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी-5, ई. 1996 कर्मग्रन्थ .. कर्म प्रकृति (श्वेताम्बर): कर्मप्रकृति (दिगम्बर) : कर्मवाद कर्म विज्ञान कसायपाहुड कार्तिकेयानुप्रेक्षा गणधरवाद गुणस्थानक्रमारोह गुणस्थानसिद्धांत : एक विश्लेषण : :
SR No.009391
Book TitleVisheshavashyakbhashya ka Maldhari Hemchandrasuri Rachit Bruhadvrutti ke Aalok me Gyanmimansiya Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPavankumar Jain
PublisherJaynarayan Vyas Vishvavidyalay
Publication Year2014
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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