________________
शनि पर्वत- यह पर्वत मध्यमा के मूल में होता है, यह अधिक विकसित होने से कार्य के प्रति रुचि एवं क्षमता उत्पन्न करता है, दोषयुक्त शनि पर्वत इसके विपरीत परिणाम देता है यह शान्ति कार्य के प्रति लगाव, एकान्तवास तथा धन आदि के बारे में जानकारी देता है।
A
पर्वत विचार
71