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________________ • नर्म जोड़ तथा छोटा अंगूठा, साथ में चन्द्र पर्वत पर जाली-काव्य प्रतिभा । • अनामिका उंगली चपटाकार अग्रभाग सहित और दृढ़ सूर्य पर्वत भाग्य रेखा से एक शाखा बुध पर्वत की ओर- नाटकीय प्रतिभा। • बहुत दृढ़ और सीधी मस्तिष्क रेखा साथ में निकृष्ट हृदय रेखा ओर पतली उंगली उसकी दूसरी उंगलियों की अपेक्षा लम्बी, अर्थव्यवस्था की प्रतिभा। • तीसरी उंगली लम्बे पर्व के साथ-कला में परिश्रम प्रतिभा तथा सामान्य बुद्धि का मिश्रण। • चौथी उंगली कनिष्ठा, लम्बे दूसरे पर्व के साथ-परिश्रम तथा व्यापारिक क्षमता। • सूर्य पर्वत पर दो रेखायें-सच्ची प्रतिभा, परन्तु साधारण सफलता। • सूर्य पर्वत सूर्य रेखा के साथ ही एक नक्षत्र परिश्रम से भारी ख्याति । • सूर्य पर्वत, शुक्र का चिह्न, बुरे हाथ में, प्रतिभा का दुरुपयोग। 129
SR No.009372
Book TitleSaral Hastrekha Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRameshwardas Mishr, Arunkumar Bansal
PublisherAkhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh
Publication Year2001
Total Pages193
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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