SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 55
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ G ५२ धर्मश्रद्धाका वर्णन ५३ गुर्वादिशुश्रूषाका वर्णन ५४ आलोचनाके स्वरूपका वर्णन ५५ स्वदोष निंदाके फलका वर्णन ५६ के स्वरूपका वर्णन ५७ सामायिक और चतुर्विंशतिस्तत्र स्तुतिका वर्णन ५८ वन्दना फलका वर्णन ५९ प्रतिक्रमणके फलका वर्णन ६० कायोत्सर्ग के फलका वर्णन ६१ प्रत्याख्यान के फलका वर्णन ६२ स्तुति के फलका वर्णन ६३ कालमतिलेखनाके फलका वर्णन ६४ प्रायश्चित्तकरण के फलका वर्णन ६५ क्षमायाचना और स्वाध्यायके फलका वर्णन ६६ वाचनाके फलका वर्णन ६७ प्रतिप्रच्छना के फलका वर्णन ६८ परिवर्तन के फलका वर्णन ६९ अनुप्रेक्षा के फलका वर्णन ७० धर्मकथाके फलका वर्णन २०४-२०७ २०८-२११ २१२-२१५ २१६-२१८ ७२ संयमपालन और तपके फलका वर्णन ७३ व्यवदानके फलका वर्णन ७४ सुखशात के फलका वर्णन ७५ अप्रतिबद्धता के फलका वर्णन ७६ विवक्तशयनासनता के फलका वर्णन ७७ विनिवर्तना के फलका वर्णन ७८ संभोगप्रत्याख्यानके फलका वर्णन ७९ उपधिप्रत्याख्यानके फलका वर्णन आहारमत्याख्यान के फलका वर्णन ८१ कपाय प्रत्याख्यानके फलका वर्णन ८० २१९-२२० २२१-२२४ २२५-२२६ २२७-२२८ २२९-२३० २३१-२३३ २३४-२३६ २३७-२५६ २५७-२५८ २५९–२६२ २६३–२६४ २६५-२६६ २६७ २६८-२७३ २७४-२७५ ७१ श्रुतकी आराधना और एकाग्रमनका संनिवेशनका वर्णन २७६-२७८ २७९-२८० २८१-२८२ २८३-२८४ २८५-२८६ २८७-२८९ २९० २९१–२९५ २९६-२९७ २९८-२९९ ३००-३०१
SR No.009355
Book TitleUttaradhyayan Sutram Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1960
Total Pages1039
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_uttaradhyayan
File Size75 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy