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________________ प्रमेयचन्द्रिका टीका श.३.उ.६९०१ मिथ्यादृष्टेरनगारस्य विकुर्वणानिरूपणम् ७३३ पृच्छति-से भंते' हे भदन्त ! स अनगारः किम् 'तहाभाव' तथाभावं 'जाणइ, पासइ ? जानाति, पश्यति ? अथवा 'अण्णहाभावं' अन्यथाभावं 'जाणइ, पासइ ?' जानाति, पश्यति ? भगवानाह-'गायमा !' हे गौतम ! 'णो तहाभाव' नो तथाभावं याथातथ्येन 'जाणइ, पासइ' जानाति, पश्यति, अपितु 'अण्णहाभाव' अन्यथाभावं तद्वैपरीत्येन 'जाणइ पासह' जानाति, पश्यति, गौतमस्तत्र कारणं पृच्छति-'से केणढणं जाव-पासइ ?' तत् केनार्थेन यावत्-पश्यति ? यावत्करणात् 'नो तथाभावं जानाति, पश्यति, (अपितु) अन्यधाभावं जानाति' इति संग्राह्यम् । भगवानाह-गोयमा !' हे गौतम ! 'तस्स खलु एवं भवइ' तस्य खलु एवं भवति-यत्-‘एस खलु वाणाकि तहाभा जाणइ, पासइ, अनहाभाव जाणइ पासइ!' हे भदन्त वह उस जनपद समूहको तथाभावसे जानता देखता है कि अन्यथा भाव से जानता देखता है। इसका उत्तर देते हुए प्रभु कहते हैं कि 'गोयमा' हे गौतम ! 'णो तहाभाव जाणइ पासई' वह तथाभावसे यथार्थरूपसे-नहीं जानता देखता है । अपितु 'अण्णहाभाव जाणइपासई' अन्यथाभावसे-विपरीतरूपसे ही जानता देखता है । अब गौतम इस अन्यथाभावसे जानने में प्रभुसे कारण पूछते है-'से केपट्टेणं जाव पासह' कि हे भदन्त ! वह अन्यथाभावरूप से जानता देखता हैं, यथार्थरूपसे नहीं जानता देखता हैं इसमें क्या कारण है ? भगवान् इसका उत्तर देतेहुए गौतम से कहते है 'गोयमा' हे गौतम! तस्स खलु एव भवई' उसके चित्तमें ऐसा विचार आता हैं कि 'एस खलु प्रम- से भंते ! कि तहाभाव जाणइ, पासइ, अन्नहाभावं जाणइ पासई? હે ભદન્ત ! તે અણગાર તે જનપદસમૂહને યથાર્થરૂપે જાણે અને દેખે છે, કે અયથાર્થ રૂપે જાણે છે અને દેખે છે?" उत्तर-'गोयमा !! गौतम ! 'णो तहाभावं जाणइ पासई ते मार ते तने ययार्थ३ नेता नथी, पर 'अनहाभावं जाणइ पासई' मयथाथ ३५ लये છે અને દેખે છે. प्रश्न-'से केणठेणं भंते ! जाव पासड ? के महन्त ! ॥ २ એવું કહે છે કે તે અણુગાર તેને અયથાર્થ ભાવે જાણે છે અને દેખે છે, યથાર્થરૂપે જાણતે દેખતે નથી? उत्तर-'गोयमा !' गौतम ! 'तस्स खलु एवं भवइ' मारना वित्तमा वा पियार भाव छ'एस खल वाणारसी नयरी' मा पाठार
SR No.009313
Book TitleBhagwati Sutra Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1963
Total Pages1214
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size37 MB
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