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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra ३५ ३६ आचार्य श्री पद्मसागरसूरि २८ १९८२ २९ १९८३ ३० १९८४ ३१ १९८५ ३२ १९८६ ३३ १९८७ ३४ १९८८ १९८९ १९९० १९९१ १९९२ १९९३ १९९४ १९९५ १९९६ १९९७ १९९८ १९९९ २००० २००१ सन् १९५५, १९५९, १९६३, १९७७, १९८४ के चातुर्मास पूज्य दादागुरु की निश्रा में, सन् १९५६, १९५७ के पूज्य गुरुदेव की निश्रा में और सन् १९५८ व १९७१ के चातुर्मास आचार्य श्री भद्रबाहुसागरसूरिजी की निश्रा में सम्पन्न किये. ३७ ३८ ३९ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ www.kobatirth.org ४५ ४६ ४७ चिकपेठ, बेंगलोर वालकेश्वर, मुम्बई पाली (राजस्थान) उस्मानपुरा, अहमदाबाद साबरमती, अहमदाबाद चौपाटी, मुम्बई साहूकार पेठ, चेन्नई चिकपेठ, बेंगलोर Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भायखला, मुम्बई वालकेश्वर, मुम्बई कोबा ( श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र) भीनमाल (राजस्थान) किनारी बाजार, दिल्ली भवानीपुर, कोलकाता अजीमगंज, (जन्मभूमि में ) प. बंगाल किनारी बाजार, दिल्ली. कोबा (श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र) साबरमती - रामनगर, अहमदाबाद. भायखला, मुम्बई. गांधीनगर (गुजरात) For Private And Personal Use Only ४९ राष्ट्रसन्त की निश्रा में उत्सव - महोत्सव तो बहुत हुए हैं, होते रहते हैं. वे सब गिनती से परे हैं. आचार्यश्री जहाँ भी विचरण करते हैं वहाँ पर जंगल में भी मंगल हो जाता है.
SR No.008715
Book TitleJina Shashan Ke Samarth Unnayak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2001
Total Pages68
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size4 MB
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