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(८५)
अथवा कोइक जीव 'साधुने वेषे छे, पण मनना परिणाम विषयाभिलाषा सहित छ, तो ते जीव अव्रती छे. एम ऋजुसूत्र नयनो मानवो छे. ते ऋजुसूत्र नयना बे भेद छे. एक सूक्ष्म ऋजुसूत्रनय, अने बीजो स्थूल ऋजुसूत्र नय एम बे भेद छे. . सदाकाल सर्व वस्तुमा एक वर्तमान समय वर्ते छे. एटले जे जीव अतीतकालने विषे अज्ञानी हतो अने अनागतकाले अज्ञानी थशे, एम बे कालनी अपेक्षा राख्या विना वर्तमान समये जे जेवो होय तेने तेवो कहे, तेने सूक्ष्म ऋजुसूत्रनय कहे छे. ___मोटा बाह्य परिणामने जे ग्रहे तेने स्थूल ऋजुसूत्रनय कहे छे. ए ऋजुसूत्रना बे भेद दिगंबर कहे छे.
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