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________________ पड् अव्य विचार. ( ६९ ) . .. .. . . . .. गुणथी अनेक जीव तथा पुद्गलने सहाय करे तेने गुण पर्याय नय कहे छे. ... ४ एक गुणना घणा भेद ते गुण व्यंजन पर्याय कहीए ५ स्वभाव पर्याय ते अगरु लघु पोय थी जाणवो ए पांच पर्याय सर्व द्रव्यमां छे. ६ विभाव पर्याय ते जीव पुद्गल ए वे द्रव्यमां छे. तीहां जीव जे चार गतिना नवा नवा भव करे ते जीवमां विभाव पर्याय तथा पुद्गलमां खंधपणु ते विभाव पर्याय जाणवो. हवे पर्यायना बीजा छ भेद कहे छे-एक अनादि नित्य पर्याय ते जेम पुद्गल द्रव्यनो मेरु प्रमुख. बीजो सादि नित्य पर्याय ते जीव द्रव्यनी सिद्धावस्था सिद्धावगाहनादिक ते सादि नित्य पर्याय छे.
SR No.008655
Book TitleShaddravya Vichar Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBuddhisagar
PublisherAdhyatma Gyan Prasarak Mandal
Publication Year1903
Total Pages196
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & Philosophy
File Size4 MB
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