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________________ પદ્ साधक अक्षर-टे, टै। साध्य जिन: तारा स्वकीयं विरुध्धं साध्य नाम ov ऋषभनाथ TY २ : अजितनाथ ३ संभवनाथ अशुभ ४ अभिनंदन अशुभ ५ सुमतिनाथ Gy ७ ८ चंद्रप्रभु ६ सुविधिनाथ १० ११ १२ वासुपूज्य १३ विमलनाथ ૪ १५ ! धर्मनाथ १६ į " शीतलनाथ । श्रेयांसनाथ राशि सिंह पद्मप्रभु अशुभ कुवैर सुपार्श्वनाथ अशुभ कुवैर अनंतनाथ १७ कुंथुनाथ १८ | अरनाथ १६ : मल्लिनाथ शांतिनाथ २० मुनिसुव्रत २१ नमिनाथ ५.७,६ पति: सूर्य अशुभ अशुभ श्रीबृहद् धारणायंत्र | २२ नेमनाथ अशुभ कुवैर २३ पार्श्वनाथ अशुभ कुवैर २४ वर्षमान स्व महावीर स्वामी योनिः गौ व्याघ्र एकनाथ मेली वा क्षत्रिय वर्ग विशोषक: लभ्यं ट श वैर वैर वैर वैर वैर २॥ ॥ 79 3 Y ४ ि 스 11° २॥ (वैर) (२) 3. 아 देयं M • 11 २॥ २॥ गा: मनुष्य राक्षस स्व 22 मध्यम " अशुभ " >> मध्यम प्रशुभ स्वगण मध्यम अशुभ स्वगण मध्यम 21 " अशुभ मध्यम 17 23 در (२॥ ) स्व अशुभ वश्यं विना धनं वृश्चिकं सर्व - राशि सिंह मकर शुभ श्रेष्ठ शुभ " स्वराशि शुभ 23 श्रेष्ठतर शुभ " शत्रु सम प्रीति 37 श्रेष्ठ शुभ श्रष्ठ प्रीति ! शुभ शत्रु 2, शुभ 11 "" "" i । नाड़ी आद्य आद्य भबंध वेध वेध बंध ધ विध एकभं 56 युजि नक्षत्रं उ०फा० मध्य
SR No.008459
Book TitleBruhad Dharana Yantra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDarshanvijay
PublisherCharitra Smarak Granthmala
Publication Year
Total Pages112
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Karma
File Size2 MB
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