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________________ कासव (काश्यप) काश्यप गोत्रनो ऋषि- ऋषभदेव काहार (क+हार) कहार -पाणी भरनार कांबलिअ ( काम्बलिक) कामळीयो, कांबळीओने वेचनार वा ओढनार किण्हसार (कृष्णसार) कालीयार मृग किलेस (क्लेश) क्लेश किसाणु ( कृशानु ) अभि कुक्खि, कुच्छ (कुक्षि ) कूख कुक्कुस कुशको कुडम्बि (कुटुम्बिन् ) कणबी कुढार (कुठार) कुठार - कुहाडो कुढारय (कुठारक) कुहा कुद्दालय (कुद्दालक) कोदाळो कुमारवर ( कुमारवर ) उत्तम कुमार कुलवर ( कुलपति) कुलनो पतिआचार्य कुंथु (कुन्थु) कंथवो - एक नानी जीवst कुंभार (कुम्भकार) कुंभार ha ( कैवर्त) कैवर्त - केवट -होडी हांकनार १९७ केसरि ( केसरिन् ) केसरावाळो - याळवाळो सिंह - केसरी सिंह कोइल कोयला कोइल (कोकिल) कोकिलकोकिल कोयळ कोड ( क्रोड) गोद- खोळो कोणय ( कोणक) खूणो htra arrot कोल ( ( क्रोड) खोळो BATE} कोलिअ ( कौलिक) करोळियो कोलिक) (कौलिक) कोळीकोलिअ एक जात कोल्हुअ (कोल्हु) कोल्हू - सिचोडो कोस (कोश) कोह - पाणी काढवानो, कोश - खजानो कोसिभ (कौशिक) कौशिक गोत्रवाळो इन्द्र अथवा चंडकौशिक सर्प कोह (क्रोध) क्रोध कोहदंसि ( क्रोधदर्शिन् ) क्रोधने जोनार - क्रोधी स्वग्ग (खड्ग) खड्ग-तलवार खट्टिक (घातक) खाटकी वत्तिय (क्षत्रिय) क्षत्रिय वय (क्षय) खे - क्षय खार (क्षार) खारो छार
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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