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________________ १४८ इसि (ऋषि) रुषि : (नप्तृक) नाती-पौत्र तव (स्तव) स्तव-स्तुति . . नेह (स्नेह) स्नेह-नेह वुड्ड (बुद्ध) बूढो-घरजो सर (स्मर) कामदेव जामाउअ (जामातृक) जमाइ पाउस (प्रावृष्) पाउस-पावस- मग्गु (मद्गु) एक प्रकारनी माछली __वरसादनी ऋतु । कंद (स्कन्द) स्कन्द-गणपति वुत्तंत (वृत्तान्त) वृत्तांत-समाचार । हरिद (हरिश्चन्द्र) हरिचंद राजा. . [नान्यतरजाति ] दुद्ध (दुग्ध) दूध कुंडलय (कुण्डलक) कुंडळ-कुंडाळू सित्थ (सिक्थ) सीथ उप्पल (उत्पल) उत्पल-कमळ . आमलय (आमलक) आमळु- मसाण (श्मशान) मसाण आंबढुं अहिन्नाण (अभिज्ञान) एंधाण बिंबय (बिम्बक) बिब-प्रतिबिंब- चम्म ( चर्मन् ) चाम-चामडु बीबु । पुट्टय (पृष्ठक) पूढे [नारीजाति] गोट्टी (गोष्टी) गोठ-गोठडी गोरी (गौरी) गौरी-पार्वती, गौरी स्त्री विट्टी (विष्टि) वेठ रेखा) धत्ती (धात्री) धात्री रेहा (रेखा) रेखा-लीह-लीटो लेहा) किवा (कृपा) कृपा किया (क्रिया) क्रिया-विधि-विधान घिणा (घृणा) घिण-घृणा । किसरा (कृसरा) खीचडी सामा (श्यामा) युवति-स्त्री समिद्धि (समृद्धि) समृद्धि [विशेषण ] मुत्त (मुक्त) मुक्त-छुटुं । भुत्त (भुक्त) भुक्त-भोगवेलु सत्त (शक्त) शक्तिमान् | नग्ग (नन) नागो
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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