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________________ सामान्य शब्द [विशेषण] घट्ट (पृष्ट) घसेलु-सुंवाळु करेलु, । नाय (ज्ञात) जाणितुं-प्रसिद्ध वाटेलु अम्हारिस (अस्मादृश) अमामह (मृष्ट) मांजेलं-शुद्ध रीशु-अमारा जेवू अंतिअ (अन्तिक) पासे-नजीकमां सचेलय (सचेलक) चेळ-वस्त्रचंड (चण्ड) प्रचंड-क्रोधी वालु-कपडावालु लहुरे (लघुक) लघु-हळवु- अचेलय। (अचेलक) एलकहलु हळु-नानु अएलय कपडा विनानुं अव्यय सव्वत्थ (सर्वत्र)सर्वत्र-बधे स्थळे मणा । (मनाक्) मणा-थोडुमज्झे (मध्ये) मध्ये-बच्चे-महीं-मां मणयं खामीदर्शक जं (यत् ) जे-के सइ (सदा) सदा सक्खं ( साक्षात् ) साक्षात्-प्रत्यक्ष अभिक्खणं (अभिक्षणम् ) क्षणे सययं ( सततम् ) सतत-निरंतर क्षणे-वारंवार अह (अथ) अथ-हवे प्रारंभसूचक अहुणा (अधुना) हमणां धातु ओप्प (अर्प) आपy झुंज (युञ्ज) योजq-जोडवू-अडा- । ताव (ताप) तपावq-तपवू वq-संबंध करवो विक्के (वि+की) वेच_-वेचावं सोह् (शोध) सोवु-शोधq सिव्व (सीव्य) सीवg हण ( हन् ) हणवू पाल (पीड) पीडबुं-पीलवू मन्न् (मन्य) मानवू फले (फल) फळq-फळ आववां ओप्प (अर्प) पाणी-आप-चडा- चित् (चिन्त) चिंतवद् वर्बु-ओपवू वीसर (वि+स्मर् ) वीसरवूपवस् (प्र+वस्) प्रवास करवो भूली जर्बु उवचिठ्ठ (उप+तिष्ठ) उपस्थित संम्हर् ( सं+स्मर ) संभारवंरहेQ-सेवामां हाजर रहे, याद कर
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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