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प्रकरण १६ : साधित शब्द : धातुसाधित विशेषणे
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अक्कम
अक्कत अवरद्ध आरद्ध (आढत्त) आसन्न
अणुन्नव आणव आरुह
अणुन्नाय आणत्त आरूढ
अवरज्झ आरभ, आरह, आरंभ (आ+सद्)
(आहूत)
आहूय
उत्तर
किण
गद
EPS
इच्छ इट्ठ
उत्तिण्ण उप्पज्ज उप्पन्न उवदिस उवदिट्ठ उववज उववन्न ओयर ओइण्ण कम(कम्) कंत कम(क्रम्) कंत कर कय, कड करिस कड्ढ
कीय किलम्म
किलंत किलिस किलिट्ठ कुज्झ कुद्ध खण खय, खायरे खिव खित्त खेय, खिज्ज खिन्न गम, गच्छ गय गा(ग) गीय (गुप्) चय(त्यज्) चत्त चव(च्यु) चुय ठा, चिट्ठ ठिय चिण(चि) चिय (छद्) छन्न छिंद छिन्न जर(जू) जिण्ण',जुण्ण जा(या) जाय (जन्) जाय जाण(ज्ञा) नाय जिण(जि) जिय', जित्त मुंज(युज्) जुत्त झा(ध्यै) झाय दस, उस दट्ठ, (उक्क) दह दड्ड ण्हा(स्ना) हाय तर(तृ) तिण्ण तव(तप्) तत्त तस(त्रस्) तत्थ तुस्स(तुष्) तुट्ठ दम(दम्) दंत दिप्प(दीप्) दित्त धुण(धू) धूय नम नय नस्स(नश्) नट्ठ निजा (निर्+या) निज्जाय निहा(नि+धा)निहिय निसीय(नि+सद्) निसण्ण
नीय पउंज पउत्त पक्खिव पक्खित्त पच्चक्खा पच्चक्खाय पडिबुज्झ पडिबुद्ध पडिवज पडिवन्न पडिसुण पडिसुय पट्ठा(प्र+स्था) पत्थिय
१ काही थोड्याफार प्रमाणात संस्कृतवरून.