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________________ विषय और प्रश्नादि पत्राक विपस और प्रश्नादि पत्राक । म थोर आचरम है| ३५८ मृपा नही ३६२ एवं धर्ण गन्ध रस स्पर्श घरम से कदाचित् चर अह जाय इस्यी पक्षयणी इत्यादि मापा पक्त____मशचरम है | ३५९ ___व्यताधिकार ३६३ (१० चरम पद समाप्त जशा) अह भते मन्दकुमारएवा मन्दकुमारियाषा इत्या दि प्रश्न निर्णय ३६६ ॥११ पद कहते हैं। श्रह भते उहे गोणे खरे घोडए ए एलए इत्या श्वष नन मन्ये अवधारिणीति जापा इत्यादि दि प्रश्न निर्णय ३६६ प्रश्न निर्णय अह भते मणुस्से महिसे आसे इत्यादि प्रश्न नि श्यधारिणी मापा क्या सत्य शसत्य सत्यमृषा र्णयाधिकार ३६७ असत्यमपा ३६१ | प्राह भते कसं कसीय परिमडल इत्यादि प्रश्न नि० ३६९ गायो मृगा पशव पदिण प्रज्ञापनी यह मापा यह भते पुढवीति खीवार इत्यादि प्रश्न निर्ण है मुपा नही| ३६२ याधिकार ३७० | याच स्त्री पुरुप नपुसझवाझ प्रज्ञापनी यह भाषा | भापा किमावि झि प्रयह कि प्रर्यसित है ३७१
SR No.007380
Book TitleAgam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1886
Total Pages388
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Conduct
File Size8 MB
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