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________________ शायरिया सेत्त कम्मतमिगा सेप्त गम्नवलसिया सेप्त मणुस्सा से फित देया २ चउधिहा १०, तजहा नय णवासी प्राणमतरा जोहसिया वेमाणिया से कित नयनवासी जयणयासी दसथिहा पणना , तजहा शसु । रकुमारा नागकुमारा सुषमकुमारा विजकुमारा शग्गिकुमारा दीपकुमारा उदष्टिकुमारा दिसाकुमारा याउ कुमारा यणियकमारा तेसमासथिहा पणत्ता, तजहा-पसप्तगाय शपज्जतगाय सेठ जवणवासी से कित वाणमतरा२ शठविहा प०, तजहा किल्लरा किपरिसा महोरगा गधा जरका रस्कासा नपा पिसा या ते समासयिता परमाता, तजहा पज्जतगाय थपझत्तगाय सत्त वाणमतरा।से कितं जोहसिया २ पविता पमना, तनहा घटासूरागहनस्कसातारा तेसमास दुविहा पणता , तंजहा पजतगाय छप सप्तगाय । से फिस जोहसिया से कित वेमाणियार दुधिहा पणता, तजहा कप्पोवम्गाप्पाईयाय से कित TOS तगत बर्मभूमिमा तपत गमभुमानिया । तपते मनुष्याः । पप पतिविधा रेवा देवायपि FARP वा-मानवासि पातुमान रमन्यातामा गनिका । पप गतिविपा प्रवनवाधिक वनवासिनो बाधित भाषा-परमार मापकमारसुमारा विपत्मारा पनिमारा झापामारा सरभिमारा दिगमा पक्षमा नारामतोषिपप्तिमा पापातपायहरते प्रवनवाधिपतियतामयाराविHिimतषा-बिमरण किंपुरुषाः महीरना: सो पा र gad पिसता तपा--पर्याप्तनाब पर्याप्त पामोतिषियोतिरिका परिका मा तपा बननयमानताराः । तबमारतो तिचा RET चा-पोतमाचापर्वात माजापरते सोविषिषाविधिवाभाषिकामानिमा शिविरमा उपचा चोपमा पातीवाचविधिमा SHETER
SR No.007380
Book TitleAgam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1886
Total Pages388
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Conduct
File Size8 MB
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