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________________ ન ૨૨ २३ उह् २४ लभ् २५ वह् २६ विद् २७ विश् २८ शंस् ૨૯ ધાતુ आ+रभ् शुष् |30 सह |3१ सृज् ३२ स्निह् 33 स्पृश् નં ધાતુ १ वह् ર उ उह ४ कम्प् ५ वप् ६ द्युत् ગણ ૧ ૧ ૧ ૧ ६ ६ ૧ ४ १ ६ ४ H ६ तव्य आरब्धव्य रोढव्य तृ वोद लब्धव्य वोढव्य वेत्तव्य/वेदितव्य वेष्टव्य शंसितव्य शोष्टव्य सहितव्य / सोढव्य स्रष्टव्य स्नेहितव्य / स्नेढव्य, स्नेग्धव्य स्प्रष्टव्य / स्पष्टव्य > કેટલાંક નોંધનીય ભાવકૃદન્ત અને तृ तथा अक प्रत्ययवाजा ३पो ग - १ वाहक प्र+काश् प्रकाशितृ प्रकाशक रोदृ रोहक कम्पितृ कम्पक वप्तृ वापक द्योतितृ द्योतक अक अनीय आरभणीय रोहणीय लभनीय वहनीय वेदनीय वेशनीय शंसनीय शोषणीय सहनीय सर्जनीय स्नेहनीय स्पर्शनीय अ वह / वाह प्रकाश रोह कम्प वप / वाप द्योत रोच श्रय/ श्राय य आरभ्य रोह्य लभ्य वाह्य/वह्य वेद्य वेश्य शंस्य/ शस्य शोष्य सह्य सृज्य / स स्निह्य स्पृश्य वपन उप्ति द्योतन द्युतिि ति रोचित रोचक रोचिति ७ रुच् ८ श्रि श्रायित श्रायक श्रति 8. सरस संस्कृतम् - १ ३४.४१८८४.ZZZZZ.? पाठ -२४.४.४ अन ति वहन ऊढ प्रकाशन प्रकाशिति रोहण रूढ़ि कम्पन कम्पिति रोचन श्रयण
SR No.007260
Book TitleSaral Sanskritam Prathama
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhaktiyashvijay
PublisherDivyadarshan Trust
Publication Year
Total Pages304
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size34 MB
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