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________________ श्रुत-चारित्रधर्म में स्थिर रहते हुए निर्मोह भाव में मृत्यु। श्वास, कास, ज्वर, दाह, कुक्षीशूल, भगन्दर, अर्श, अजीर्ण, दृष्टिरोग, मस्तकशूल, अरुचि, अक्षिवेदना, कर्णशूल, उदररोग, खुजली, कुष्ठ-इन रोगों के बारे में अपने अध्यापक से जानकारी कीजिए। HIIIIIIII अभ्यास 1. बनारस, वाराणसी और काशी एक ही नगरी के नाम हैं। भारत में वाराणसी का क्या विशिष्ट महत्व है ? इसे धर्मों का केन्द्र क्यों कहते हैं ? 2. मानव जीवन की सार्थकता किस बात में छिपी है ? 3. गन्धरहित पुष्प और धर्मरहित जीवन इसे अपने शब्दों में समझाइये। 4. रोग और महारोग में क्या अन्तर है ? 5. सुरादेव एवं अन्य श्रावकों के चरित्र में क्या अन्तर है ? 6. मोक्ष के बारे में आप क्या जानते हैं ? 7. सिद्धत्व प्राप्त करने के लिए मनुष्य जन्म लेना क्यों आवश्यक है ? 36/महावीर के उपासक
SR No.007103
Book TitleMahavir Ke Upasak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSubhadramuni
PublisherMuni Mayaram Sambodhi Prakashan
Publication Year1993
Total Pages74
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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