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________________ || विदाई का गीत || (तर्ज-ओ आम्बाजी पाकां आंबली ) ओ कोपरा तो रुपिया बरसाविया ॥ ओ आया द्वार के पास । ओ थली रे नमन करे । ओ इतना दिन रमी घर मांय || ओ सीवा छोडी चालियाजी । ओ में थाने पूछां मारा मंजु बाई || ओ इतरो पिताजी सुं हेत छोड़ने बाई सीद चालया ॥ ओ आया परदेशी कँवर सा ।। ओ लेग्या सहेल्यां सुं टाल || ओ कँवरा बाई सीद चालया ।। ओ पतिव्रता धर्म थे पालजो || ओ रयजो पति आज्ञा के सांय । ओ पति आज्ञा रे विरुद्ध मत चालजो || ओ सासु सुसरारी आज्ञा पालजो । ओ वे ही है मांयने बाप सेवा उनकी करजो || ओ देवर जेठ ने भाई जिम जानजो जो || ओ ननंदल बेन समान हिल-मिल सब में रेवोजी || ओ संसार में सुजस लेवजो ।। ओ माता-पिता रा नाम जो दिपाय कॅवरबाई सुख में रजो || ओ साधु संतरा दर्शन थे करजो || ओ सामायिक पfsarमणो करजो नित जाण, प्रेम माहे रेवजो । ओ पुत्री पहुँचायन पाछा फिरिया । ओ छूटी आंसूडा से वार श्रावणियो बरसियो || 154
SR No.006295
Book TitleSwarna Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmolakrushi Maharaj
PublisherPannalal Jamnalal Ramlal
Publication Year
Total Pages214
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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