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________________ 460... बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन मुद्रा, सर्वतथागतेभ्यो मुद्रा, अधर्म मुद्रा, गंध मुद्रा-2, पाद्यम् मुद्रा, तोर्म मुद्रा, अग्निचक्र शमन मुद्रा-1, अग्निशाला मुद्रा, अभिद बुत्सुसेप्पो इन् मुद्रा-5, अन् आयइन् मुद्रा, अन् आय शोशु इन् मुद्रा, अंजलि मुद्रा, चक्रवर्ती मुद्रा, गगनगंज मुद्रा, गंधर्वराज मुद्रा, हयग्रीवा मुद्रा, कन्शुकुन्देन् इन् मुद्रा, कोंगो केन् इन् मुद्रा, पुष्पमाला मुद्रा, रत्नघट मुद्रा, रत्नप्रभा आकाशगर्भ मुद्रा, अंकुश मुद्रा, बुबोसत्सु इन् मुद्रा, दै ये तो नो इन् मुद्रा, फुन्नु केन् इन् मुद्रा, गे इन् मुद्रा, घण्टा वदना मुद्रा, जौ फ्युदौ इन् मुद्रा कौ तक मुद्रा, नन् कन् निन् इन् मुद्रा, रेन् रेंजे इन् मुद्रा, स इन् मुद्रा, शंख मुद्रा-2, सीमा बन्ध मुद्रा, स्थिराबोधि मुद्रा, उपकेशिनी मुद्रा, उष्णीष मुद्रा, वज्रमुष्टि मुद्रा-1, वज्र श्री मुद्रा। नशे की आदत, भावात्मक अस्थिरता (Over confidence), तृष्णा, अविश्वास- भूमिस्पर्श मुद्रा, धर्मचक्र प्रवर्तन मुद्रा, पेंग्-रम्-प्वेंग मुद्रा, पेंग्पेलोक मुद्रा, वज्रबंध मुद्रा, ज्ञानअवलोकिते मुद्रा, त्रैलोक्यविजय मुद्रा, वज्रांजलि मुद्रा, भूतडामर मुद्रा, क्षेपण मुद्रा, विकसित पद्म मुद्रा, अग्निचक्र शमन मुद्रा-2, आह्वान मुद्रा, आजण्ट टेम्बोरिन इन् मुद्रा, अभिद-बुत्सु सेप्पो इन् मुद्रा, बसर उन् कोंगौ इन् मुद्रा, बुद्धालोचनी मुद्रा, बुद्धाश्रमण मुद्रा, बुप्पत्सु इन मुद्रा, गंधर्वराज मुद्रा, कन्शुकुन्देन् इन् मुद्रा, किचिजौइन् मुद्रा, ओंग्यौ इन् मुद्रा, रत्नप्रभाआकाशगर्भ मुद्रा, रेंजे केन् इन् मुद्रा, अचल मुद्रा, अनुज मुद्रा, बाण मुद्रा, बू मौ इन् मुद्रा, चिंतामणि मुद्रा, चौजइ इन् मुद्रा, धृतराष्ट्र मुद्रा, जुनि कुशि जि शिन् इन् मुद्रा, कोंगो रिन् इन् मुद्रा, महाकाल मुद्रा, पूण मुद्रा, रै इन् मुद्रा, सै जे इन् मुद्रा, सौ को शुगौ इन् मुद्रा। एकाग्रता की कमी, अखुशहाल जीवन, निरर्थक चिन्ता, लालच, प्यार और वासना में भ्रम, स्वाभिमान की कमी- वज्रमाला मुद्रा, जेन् इन् मुद्रा, ध्यान मुद्रा, पेंगतबेखनन् मुद्रा, पेंग् पलेलै मुद्रा, पेंग्-सोंखेम् मुद्रा, पेंग्पेलोक मुद्रा, व्रजमुरजे मुद्रा, पुष्पमाला मुद्रा, त्रैलोक्यविजय मुद्रा, वितर्क मुद्रा, भूतडामर मुद्रा, धूप मुद्रा, करन मुद्रा, विकसित पद्म मुद्रा, अभिषेक मुद्रा, अधिष्ठान मुद्रा, अग्निचक्र शमन मुद्रा-1, अग्निचक्र शमनमुद्रा-2, अजण्ट टेम्बोरिन इन् मुद्रा, अन् आयइन् मुद्रा, अंजलि मुद्रा, अनुचित मुद्रा, अन्जन् इन् मुद्रा, बसरउन् कोंगी इन मुद्रा, बुद्धालोचनी मुद्रा, बुद्धाश्रमण मुद्रा, चक्र मुद्रा,
SR No.006256
Book TitleBauddh Parampara Me Prachalit Mudraoka Rahasyatmak parishilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages540
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size30 MB
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