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________________ 386... प्रतिष्ठा विधि का मौलिक विवेचन तृतीय वलय- तृतीय वलय में निम्न मन्त्रों का उच्चारण करते हुए प्रत्येक गृह में उल्लिखित नामों पर वासचूर्ण तथा स्नात्रकार पुष्प-कपूर अर्पित करें। मन्त्र- 1. ॐ रोहिणी देव्यै स्वाहा 2. ॐ प्रज्ञप्ति देव्यै स्वाहा 3. ॐ वज्रश्रृंखला देव्यै स्वाहा 4. ॐ वज्रांकुशी देव्यै स्वाहा 5. ॐ अप्रतिचक्रा देव्यै स्वाहा 6. ॐ पुरुषदत्ता देव्यै स्वाहा 7. ॐ काली देव्यै स्वाहा 8. ॐ महाकाली देव्यै स्वाहा 9. ॐ गौरी देव्यै स्वाहा 10. ॐ गांधारी देव्यै स्वाहा 11. ॐ महाज्वाला देव्यै स्वाहा 12. ॐ मानवी देव्यै स्वाहा 13. ॐ वैरोटया देव्यै स्वाहा 14. ॐ अच्छुप्ता देव्यै स्वाहा 15. ॐ मानसी देव्यै स्वाहा 16. ॐ महामानसी देव्यै स्वाहा। चतुर्थ वलय- चतुर्थ वलय में निम्न मन्त्रों का उच्चारण करते हुए प्रत्येक खण्ड में उल्लिखित नामों पर वासचूर्ण तथा स्नात्रकार पुष्प-कर्पूर अर्पित करें। मन्त्र- 1. ॐसारस्वतेभ्यः स्वाहा 2. ॐ आदित्येभ्यःस्वाहा 3. ॐ वह्निभ्यः स्वाहा, 4. ॐ वरुणेभ्य: स्वाहा 5. ॐ गर्दतोयेभ्य: स्वाहा 6. ॐ तुषितेभ्यः स्वाहा 7. ॐ अव्याबाधेभ्यः स्वाहा 8. ॐ अरिष्टेभ्य: स्वाहा 9. ॐ अग्न्याभेभ्य: स्वाहा 10 ॐ सूर्याभेभ्य: स्वाहा 11. ॐ चन्द्राभेभ्य: स्वाहा 12. ॐ सत्याभेभ्य: स्वाहा 13. ॐ श्रेयस्करेभ्य: स्वाहा 14. ॐ क्षेमंकरेभ्यः स्वाहा 15. ॐ वृषभेभ्यः स्वाहा 16. ॐ कामचारेभ्यः स्वाहा 17. ॐ निर्माणेभ्यः स्वाहा 18. ॐ दिशान्तरक्षितेभ्य: स्वाहा 19. ॐ आत्मरक्षितेभ्यः स्वाहा 20 ॐ ॐ सर्व्वरक्षितेभ्यः स्वाहा 21. ॐ मरुद्भ्यः स्वाहा 22. ॐ वसुभ्यः स्वाहा 23. ॐ अश्वेभ्य: स्वाहा 24. ॐ विश्वेभ्यः स्वाहा। ___पंचम वलय- पंचम वलय में निम्न मन्त्रों का उच्चारण करते हुए प्रत्येक गृह में उल्लिखित नामों पर वासचूर्ण तथा स्नात्रकार पुष्प-कपूर अर्पित करें। मंत्र- 1. ॐ सौधर्मादीन्द्रादिभ्यः स्वाहा 2. तद्देवीभ्य: स्वाहा 3. ॐ चमरादीन्द्रादिभ्यः स्वाहा 4. तद्देवीयः स्वाहा 5. चन्द्रादीन्द्रादिभ्यः स्वाहा 6. तद्देवीभ्यः स्वाहा 7. ॐ किन्नरादीन्द्रादिभ्यः स्वाहा 8. तद्देवीभ्यः स्वाहा। षष्ठम वलय- षष्ठम वलय में निम्न मन्त्रों का उच्चारण करते हुए प्रत्येक खण्ड में उल्लिखित नामों पर वासचूर्ण तथा स्नात्रकार पुष्प-कपूर अर्पित करें। मन्त्र-1. ॐ इन्द्राय स्वाहा 2. ॐ अग्नये स्वाहा 3. ॐ यमाय स्वाहा
SR No.006251
Book TitlePratishtha Vidhi Ka Maulik Vivechan Adhunik Sandarbh Me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages752
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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