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________________ दश दिक्पाल पूजनोपकरण-यंत्र फूल | फल | नैवेद्य दिक्पालों के आलेख | पूजन वस्त्र द्रव्यादि माला दिशा नाम 1 5 माला परवाला | स्फटिक परवाला करबा 10 केरबा सुवर्ण स्फटिक अकलबेर | अकलबेर | अकलबेर अथवा अथवा अथवा अथवा नीलमणि | चाँदी गोमेदक । उत्तर दक्षिण पश्चिम दक्षिण दक्षिण | बाण सदृश | पाटिकाकार | पंचकोणाकार | चतुराकार | शूर्पाकार | ध्वजाकार (सूपड़ी) | ईशान कोण| उत्तर पूर्व पश्चिम | नैर्ऋत्य कोण वायव्य कोण दिशामुख पूर्व सन्मुख | पश्चिम | पूर्व मंडलाकृति वृत्ताकार | चतुरस्राकार | त्रिकोण उत्तर रा मंडल की |पट मध्य | आग्नेय कोण दक्षिण दिशा इन्द्र श्वेत चंदन | केसर | चंपा प्रतिष्ठा उपयोगी विधियों का प्रचलित स्वरूप ...319 पूर्व दिशा जबीर मौसंबी पीला वस्त्र | मोतीचुर का लड्डु अक्षत,पान | केरबा सुपारी, तांबे का पैसा अक्षत,पान | रक्तवणी सुपारी, तांबे | सूत माला का पैसा अग्नि रक्त चंदन | केसर जासुद अग्नि कोण लाल सुपारी | लाल वस्त्र | चुरमे का लड्डू
SR No.006251
Book TitlePratishtha Vidhi Ka Maulik Vivechan Adhunik Sandarbh Me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages752
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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