SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 291
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ परमपूज्य आचार्य 108 श्री ज्ञानसागर जी महाराज का जीवन परिचय -:: जन्म :: सन् १८९१ -:: जन्मस्थान :: राणोली- ग्राम (जिला-सीकर) राज. -:: जन्मनाम :भूरामल शास्त्री -:: ब्रह्मचर्य व्रत ::सन् १९४७ (वि. सं. २००४) -:: क्षुल्लक दीक्षा ::सन् १९५५ (वि. सं. २०१२ ) -:: क्षुल्लक दीक्षा नाम ::क्षुल्लक १०५ श्री ज्ञानभूषण महाराज -:: ऐल्लक दीक्षा ::सन् १९५७ (वि. सं. २०१४ ) -:: दीक्षा गुरु ::आ. १०८ श्री शिवसागर जी महाराज -:: मुनि दीक्षा :: सन् १९५९ (वि. सं. २०१६) -:: दीक्षा गुरु ::आ. १०८ श्री शिवसागर जी महाराज -:: मुनि दीक्षा नाम ::मुनि १०८ श्री ज्ञानसागर जी महाराज -:: आचार्य पद ::७ फरवरी सन् १९६९ (फाल्गुनवदी ५ सं. २०२५) -:: आचार्य पद त्याग एवं सल्लेखनाव्रत ग्रहण :२२ नवम्बर, १९७२ ( मंगसिर वदी २ सं. २०२९) -:: समाधिस्थ :: .१ जून १९७३ (ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या सं. २०३०) -:: पट्टशिष्य :: पू. आ. श्री विद्यासागरजी महाराज -:: सल्लेखना अवधि ::६ मास १३ दिन (मिति अनुसार) ६ मास १० दिन (दि. अनुसार)
SR No.006193
Book TitleJayoday Mahakavya Ka Shaili Vaigyanik Anushilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAradhana Jain
PublisherGyansagar Vagarth Vimarsh Kendra Byavar
Publication Year1996
Total Pages292
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy