SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 126
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्रथम व्रत गाथा-१० १०३ वेक्यूम-क्लीनर का उपयोग नहीं करना चाहिए। जीवों को पीड़ा हो ऐसे बरछट झाड़ आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए। फिनाइल, एसीड, डी.डी.टी., चूहे की दवा आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए। पेस्टकंट्रोल नहीं करवाना चाहिए, साफ-सफाई करते हुए जयणा का पूरा खयाल रखना चाहिए। लीलफुग न हो इसका खयाल रखना चाहिए। छिद्ररहित घट्ट जाड़े कपड़े से पानी छानना चाहिए और अनछने पानी का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए । छानने के बाद बचे हुए पोरा आदि जीवों की सावधानीपूर्वक रक्षा करनी चाहिए। घर के प्रत्येक नलादि पर छलनी बांधनी चाहिए, जहाँ से अनछना पानी ही आता हो वैसे शॉवर, फ्लश, गीझर आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए । प्रत्येक अनाज, मिठाई, हर प्रकार की सब्ज़ी, सुपारी, इलायची आदि मुखवास, पान, भाजीफलों, फल आदि प्रत्येक चीजे परिमित, ताज़ी एवं त्रस जीवों की हिंसा न हो उस तरीके से सावधानी पूर्वक व्यवहार में लानी चाहिए। जयणा न पाल सकें ऐसी घंटी, मिक्श्चर, ग्राइण्डर, बाज़ारू आटे आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
SR No.006127
Book TitleSutra Samvedana Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrashamitashreeji
PublisherSanmarg Prakashan
Publication Year2009
Total Pages320
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy