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________________ 574 તપાગચ્છાધિષ્ઠાયક अथ कुंभस्थापना विधि: जे स्थळे पूजन करवानुं होय ते स्थानने धोई धूपी पवित्र बनावीने केसर-कंकुनो साथियो उपर चोखानो साथियो पूरी सवा रूपियो, सोपारी मूकी प्रभुजीनी सन्मुख या जमणी भुजामा स्थापना करवी । कुंभ उपर लखवानो मंत्र : कुंभने शुद्ध जलथी धोईने मंत्र लखवो । ॐ ह्रौं श्रौं सर्वोपद्रवान् नाशय-नाशय स्वाहा । कुंभनी अंदर केसरनो साथियो करी सवा रूपियो, सोपारी, कुसुमांजली पधरावीने पछी लखेल स्तोत्र भणीने कुंभ शुद्ध जलथी भरवो । नवकार, उवसग्गहरं, संतिकरं स्तोत्र अकवार भणतां कलश भरवो, पछी पाँच नागरवेलनां पान, श्रीफल मूकी उपर लीलुं रेशमी कापड बांधीने मीढळ या नाडाछडी (मोली) बांधीने रूपेरी-सोनेरी वरख छापी केसर, अत्तर, पूजा करी पुष्पहार पहेरावीने 'ॐ ह्रौं ठः ठः ठः स्वाहा श्वास रोकीने स्थापना करवी । हाथमां पुष्पांजली लईने काव्य नीचेनुं भणे : नमोऽर्हत् पूर्ण येन सुमेरु शृङ्ग सदृशं, चैत्यं सुदेदीप्यते, यः कीर्ति यजमान धर्मकथनः प्रस्फूर्जिता भाषते । यः स्पर्धा कुरुते जगत्त्रय महा, दीपेन दोषारिणाः, सोऽयं मंगलरूप मुख्यगणन:, कुंभश्चिरं नन्दतात् ॥१॥ त्रणवार आ काव्य भणीने कुंभने वधावे । अथ दीपस्थापना विधि तांबा, कोडियुं लई चार कलाक अंदाजे चाले तेटलुं घी लई रूईनी वाट या डोकावाट मूकीने, त्रण वार मंत्र भणतां कोडियामां ओ घी पूरवू । ____ ॐ घृतमायुर्वृद्धिकरं भवति परं जैनदृष्टि सम्पर्कात् तत्संयुक्त प्रदीप पातु सदा भाव दुखेभ्यः स्वाहा ॥१॥ दीपक प्रगटाववानो मंत्र : मंगल दीप वडे आ दीपक त्रणवार मंत्र भणतां प्रगट करवो । ॐ अर्ह पंचज्ञान महाज्योतिर्मयायन्त घातिने । द्योतनाय प्रतिमाया दीपो भूयात् सदाऽर्हते स्वाहा ॥ दीपक प्रगटावी काचना फानसमां मूकीने स्थापना करवी अने वासक्षेप तथा पुष्पांजलि वडे वधावी ले । अथ नवग्रह पूजनम् ओक पाटलो नव ईंचनो समचोरसनो लईने प्रथम कंकुनो साथियो पछी चोखानो साथियो पूरी सवा रूपियो ने सोपारी मूकीने आह्वान मंत्र भणवो । सूर्यादि नवग्रहा अत्राद्य आगच्छ-आगच्छ स्वाहा । ( आह्वान मुद्रा ) निजासने तिष्ठ-तिष्ठ (स्थापना मुद्रा) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005141
Book TitleYakshraj Shree Manibhadradev
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNandlal B Devluk
PublisherArihant Prakashan
Publication Year1997
Total Pages860
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size39 MB
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