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________________ શ્રી જીરાવલા પાર્શ્વનાથ ચોવીસ તિર્થકર તીર્થ ટ્રસ્ટ મોડાસા સૂચિત તીર્થનું રેખાચિત્ર પ૭ જિનાલય Malay Casनमय 710 रोपनाशा પ.પૂ. આચાર્ય દેવ શ્રી સ્થૂલભદ્રસૂરીશ્વરજી મ.સા. નાં પટ્ટધર રત્ન प.पू. मायाय व श्री seपयशसूरीश्वर म.सा. જ્યોતિષાચાર્ય પ.પૂ. આચાર્ય દેવ શ્રી અમિતયશસૂરીશ્વરજી મ.સા. MARATA TERI.ITERIERRELIEVEALERTIEVEATELAR श्री जिरावला पार्श्वनाथ चौबीस तीर्थंकर तीर्थ स्थापक एवं निश्रादाता प.पू. गुरुभगवंत आचार्यश्री कल्पयशसुरीश्वरजी म.सा. स्वाध्याय मग्न प.पू. आचार्यश्री अमितयशसुरीश्वरजी म.सा. के परम आशीर्वाद एवं १०० + ६६ वी ओली के प्रवर्तक प्रवर तपस्वी सम्राटरत्न प.पू. कलापूर्णविजयजी म.सा. की प्रेरणा से गुजरात राज्य के मोडासा नगर की पावन धरा पर भव्यातिभव्य श्री जिरावला पार्श्वनाथ बावन जिनालय तीर्थजी का निर्माण होने जा रहा है। मोडासा नगर में आज से नो वर्ष पूर्व स्वयं प्रकट हुए श्री जिरावला पार्श्वनाथ आदि सात परमात्मा जिन बिम्ब भगवान का प.पू. आचार्यश्री दादा गुरुदेव - विक्रमसुरीश्वरजी म.सा. के प्रत्यक्ष दर्शन एवं प्रेरणा से मोडासा नगरमें पावन तीर्थंका उद्गम हुआT ईस पावन कार्य के मोडासा शामलाजी हाईवे पर भूमि संपादन की गई और ११ दिसम्बर २००८ के दिन बडे ही हर्षोल्लास के साथ भूमि पूजन संम्पन हुआ। अल्प समय मे ही मोडासा नगर में रत्नत्रयी महोत्सव व अडसठ शिलाओ का शिलान्यास का अवसर १५-२-२००९ रवीवार फाल्गुन वद-६ के दिन गुरुभगवंतो की निश्रा में शिलान्यास महोत्सव सम्पन हुआ ट्रस्ट मंडल की देखरेख में फाउन्डेशन का कार्य चल रहा है। अंत: ईस महातीर्थ के निर्माण में कई योजनाऐ बाकी है। आशा करते है आप ईस तीर्थ निर्माण मे अपना सहयोग प्रदान करेंगे और तीर्थ ट्रस्ट मंडल आपके द्वारा आजतक दिए गये सहयोग की अनुमोदना करता है। और आगेभी आपका सहयोग मीलता रहेगा ऐसी संघ भावना रखता है। आप हमे देवद्रव्य, साधारण की राशी हमे ड्राफ्ट या बेंक खाते से जमा करवा सकते है। बैंक : बैंक ओफ बडौदा, मोडासा. लि. (कोड नं. BARBOMODASA012) समस्त ट्रस्टी मंडल श्री जिरावला पार्श्वनाथ तीर्थ ट्रस्ट मंडल खाता नं. : 07210200000415 Dilipkumar M. Shah (Modasa) M. 09426393621,09375218131 Vijaykumar M. Sheth (Modasa) M. 09427910292 Kailashchandra K. Shah (Modasa) M. 094273673151 Rajesh Bhavsar (Modasa) M. 09825499750, 098249467021 Avonkumar K. Shah M. 093752581311 Pravinchandra M. Mehta (Chennai) Ph. 044-2591374, M. 09841026382 Vasantbhai Kamdar (Mumbai) M. 09930448299, 098405996651 Hemchandji Hiralalji Vaidh (Chennai) M. 09444791675 Mukeshkumar R. Shah (Modasa) M. 09426522951 તપસ્વી સમ્રાટરત્ન વર્ધમાન તપની ૧૦૦ + ૬૬ મી ઓળીના આરાધક પ્રવર્તક પ્રવર શ્રી કલાપૂર્ણવિજયજી મ.સા.ની પ્રેરણાથી શ્રી જીરાવલા પાર્શ્વનાથ ચાતુર્માસ સમિતિ- ૐ શાંતિ ભવન - પાલીતાણા (ગુજરાત) Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005121
Book TitleJinshasan na Zalhlta Nakshatro Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNandlal B Devluk
PublisherArihant Prakashan
Publication Year2011
Total Pages620
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size37 MB
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