________________ // 4 // सिरिमुणिचन्दसूरिविरइयं // धम्मोवएसकुलयं // ___ (सिलोगणिबद्ध) सुणेह भो भव्वजणा ! भवित्ता, सम्मं समाहाणपहाणचित्ता / असारसंसारविरागहेडं, धम्मोवएसं सहलं विहेडं पलित्तमंदिरागारो, सच्चमच्चंतभीसणो / एसो भवोअही तिक्ख-दुक्खलक्खोवलक्खिओ // 2 // अवंझं कारणं जम्मो, मरणस्स सरीरिणो / दूरंतो अ कयंतो वि, कयनासो समंतओ // 3 // परं पराभवट्ठाणं, दालिदं रोद्दरूवयं / अब्भच्छाय व्व लच्छीओ, तुच्छाउ पिच्छ निच्छिअं जलम्मि मच्छलुच्छल्ल-तुल्लो अ पिअसंगमो / खणं पणिट्ठिआ कट्ठ-मणिट्ठाणं समागमा तहाऽविच्छिन्नविच्छोहच्छोहवंतो जिआ इहं / जहाचितिअमत्थाणं, संपत्ति पुण दुल्लहा // 6 // धम्मारंभि अ विग्घसय कारओ वल्लहो जणो / पायं सब्भावगब्भेण, पिम्मेण य विविज्जओ मग्गमेत्तगवेसीओ, आवयाओ खणे खणे / पच्चासन्नं निसन्नो अ, निच्चं मच्चू सरीरिणं जोव्वणं जीविअं रूवं, विज्जुविज्जोअचंचलं / ता इत्थं पडिबंधस्स, ठाणमत्थि न किंचि वि जह महासमुद्दम्मि, चुओ चिंतामणी तहा / दुल्लहो माणुसो जम्मो, सुद्धजाइकुलन्निओ // 10 // तं लभ्रूण महाभाग ! भंगादेगंतओ तओ / पमायस्स खमो काउं, तुम्हाणं धम्म उज्जमो // 11 // = = = 7 // // 8 // = 5