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________________ जह असुइठाणपडिया चंपकमाला न कीरइ सीसे / पासत्थाइट्ठाणे वट्टमाणा इह अपुज्जा // 357 // पक्कणकुले वसंतो सओणीपारो वि गरहिओ सीसो / इह गरहिया सुविहिया मज्झि वसंता कुसीलाणं // 358 // परिवारपूयहेऊ पासत्थाणं च आणुवित्तीए / जो न कहइ सुद्धधम्मं तं दुलहबोहियं जाण // 359 // जइ अप्पणा विसुद्धो कुसीलसंगं च पक्खवायं वा / न चयइ पूयाहेउं तं दुल्लहबोहियं जाण // 360 // केइ भणंति उ भण्णइ सुहुमवियारो न साक्गाण पुरो / ... तं न जओ अंगाइसु सुच्चइ तव्वत्रणा एवं // 361 // लद्धट्ठा गहियट्ठा पुच्छियट्ठा विणिच्छियट्ठा य / " अहिगयजीवाजीवा अचालणिज्जा पवयणाओ // 362 // पुच्छंताणं धम्मं तं पि अ न परिक्खिओ समत्थाणं / आहारतित्तिलुद्धा जे उम्मग्गं उवंइसंति . // 363 // सुगई हणंति तेसिं धम्मियजणनिंदणं करेमाणा / आहारपसंसासु य निति जणं दुग्गई वहुअं // 364 // दगपाणं पुप्फफलं अणेसणिज्जं गिहत्थकिच्चाई / अजया पडिसेवंति जइवेसविडंबगा नवरं // 365 // जे घरसरणपसत्ता छक्कायरिऊ असंजया अजया / नवरं मुत्तूण घरं घरसंकमणं कयं तेहिं // 366 // बायालमेसणाओ न रक्खइ द्धाइसिज्जपिंडं च / आहारेइ अभिक्खं विगईओ संनिहिं खाइ // 367 // सूरप्पमाणभोई आहारेई अभिक्खमाहारं / .. . न य मंडलिए भुंजइ न य भिक्खं हिंडए अलसो * // 368 // 104
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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