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________________ योग में प्राचीन काल से चले आये ध्यान के ये आसन हैं (क) पद्मासन . (ख) सिद्धासन (पुरुषों के लिए) (ग) सिद्धयोनि आसन (महिलाओं के लिए) (घ) स्वस्तिकासन नये अभ्यासियों के लिए ध्यान के सरल आसन ये हैं (क) सुखासन (ख) अर्ध पद्मासन ध्यान के लिए जो अन्य सहायक आसन उपयोगी हैं, वे ये हैं(क) वज्रासन (ख) आनन्दमदिरासन (ग) पादादिरासन वज्रासन में या वज्रासन में किये जाने वाले आसनों के अध्याय में अन्तिम तीनों आसनों का विवरण दिया गया है। ध्यान के अभ्यासों के लिए अन्य आसनों का भी प्रयोग किया जा : सकता है, लेकिन उच्च अवस्था में नहीं। सावधानी ... ध्यान के आसन में यदि कुछ समय बाद पैरों में तेज दर्द हो तो धीरेधीरे पैरों को अलग करके उनकी मालिश कीजिए | फिर से आसन में बैठिये / आसन में बैठने के लिए कभी भी किसी कारण से अनावश्यक जोर व तनाव का प्रयोग न करें। टिप्पणी इनमें से कुछ आसन जैसे पद्मासन, कठिन होते हुए भी यहाँ इसलिये रख लिए गये हैं कि उनमें योग्यता प्राप्त किये बिना मध्यम - वर्गीय एवं ध्यान के कई आसन नहीं लग सकते।
SR No.004406
Book TitleAasan Pranayam Mudra Bandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyanand Sarasvati
PublisherBihar Yog Vidyalay
Publication Year2004
Total Pages440
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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