SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 104
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मार्जारि आसन मार्जारि आसन . माजारि आसन विधि वज्रासन में बैठ जाइये। घुटनों के बल खड़े हो जाइये और हाथों को सामने फर्श पर इस प्रकार जमा दीजिये कि वे ठीक कन्धों के नीचे सीधे रहें। रीढ़ की हड्डी को नीचे की तरफ झुकाते हुए सिर को ऊपर उठाइये / सिर को नीचे लाते हुए रीढ़ को धनुषाकार रूप में ऊपर ले जाइये / रीढ़ को फिर नीचे और सिर को ऊपर ले जाइये / भुजाओं को लम्ब रूप में सीधा रखिये / स्वास ... रीढ़ नीचे झुकाते समय श्वास लीजिये। ___ रीढ़ ऊपर की तरफ धनुषाकार बनाते समय श्वास छोड़िये / समय सम्पूर्ण क्रिया .10 बार कीजिये / लाभ यह आसन गर्दन, कन्धों और रीढ़ को लचीला बनाता है / महिलाओं की प्रजनन प्रणाली के लिये यह एक श्रेष्ठ अभ्यास है। मासिक धर्म संबंधी अनियमितताओं व ल्यूकोरिया में उपयोगी है। टिप्पणी .. अधिक लाभ के लिये श्वास छोड़ते समय पेट को सिकोड़िये / 87
SR No.004406
Book TitleAasan Pranayam Mudra Bandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyanand Sarasvati
PublisherBihar Yog Vidyalay
Publication Year2004
Total Pages440
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy