________________ नाम्न उदयस्थानेषु मङ्गाः इगवीसुदयविगप्या संघयण तहागि गुणिय छव्वीसे / एग असमत्तभंगो अट्ठासीया सया 'दोन्नि // 150 // (186) [175] विहदुगपरियत्तेणं अट्ठावीसम्मि सुद्धया दुगुणा / "सा पुज्जोउणतीसे बावन्नेक्कारस मया उ // 151 // (160) [176] सुरदुगउज्जोएणं “एगयरेण परिवत्ति तीसुदए / पंचसया छावत्तर तिगुणा सत्तरस अडवीसा // 152 // (161) [177] सरदुगएगयरेणं छूढे इगतीसि भंगया एए / एक्कारसबावण्णा पणिदितिरिउदयठाणेसु // 153 // (162) [178] नव उणनउया दोसय छावत्तरपंच दुगुण तह तिगुणा / दुगुणा इगतीसाए उणवन्न छलुत्तरा पिंडे // 154 // (13) [176] पणिदितिरियठवणा- उदय. 21 | 26 | 28 29 30 31 | | एवं मणुयगईए मणुयगई इत्थ होइ वत्तव्वा / नवरं उज्जोयरहया उदया पंचेव सवियप्पा // 155 // (164) [180] नव उणनउया दोसय छावत्तरपंच दुसु य पत्तेयं / / चावण्णेक्कार या छब्बीसदुरुत्तरा पिंडो // 156 // (165) [181] मनुयठवणा वीसोदयम्मि एगो छच्च छवीसे य तीसचउवीसा / 'विहगा सरसंठाणेहि एगों अट्ठोदए भंगो // 157 / / (196) [182] पढमंतिमदोभंगा गहिया सेसाउ मणुयगहणेण / तित्थोदय एक्कोक्को सव्वे तित्थयरि छन्भंगा // 158 // (197) [183] 1 "दुन्नि" इति L. D. प्रतौ। 2 "छावत्तरपंच उदयअडवीसा।” इति L. D. प्रतौ / 3 "सासुज्जोयुणतीसे' इति L. D. प्रतौ / 4 "एगेगयरपरि०'' इति L. D. प्रतौ / 5 “बावन्ने०" इति L. D. प्रतौ / 6 "विह १-सर१.संठाणेहि एगो" इति L. D. प्रतौ। ..