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________________ भगवई स. 9 उ. 32 651 अहेसत्तमाए होज्जा 16 अहवा एगे रयण० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहे. सत्तमाए होज्जा 20 अहवा एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे पंक० एगे धूमप्पभाए होज्जा 21 एवं जहा रयणप्पभाए उवरिमाओ पुढवीओ चारियाओ तहा सक्करप्पभाएवि उवरिमाओ चारियव्वाओ जाव अहवा एगे सक्कर० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 30 अहवा एगे वालुय० एगे पंक० एगे धूम० एगे तमाए होज्जा 31 अहवा एगे वालुय० एगे पंक० एमे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 32 अहवा एगे वालुय० एगे पंक० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 33 अहवा एगे वालुय० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 34 अहवा एगे पंक० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहे. सत्तमाए होज्जा 35 / पंच भंते ! गेरइया गेरइयप्पवेसणएणं पविसमाणा कि रयणप्पमाए होज्जा ? पुच्छा, गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहे. सत्तमाए बा होज्जा अहवा एगे रयण० चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा जाव अहवा एगे रयण. चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा अहवा दो रयण तिष्णि सक्करप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए तिणि अहेसतमाए होज्जा अहवा तिणि रयण दो सक्करप्पभाए होज्जा एवं जाव अहेसत्तमाए होज्जा अहवा चत्तारि रयण० एगे सक्कर० होज्जा एवं जाव अहवा चत्तारि रयण० एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे सक्कर० चत्तारि वालुय० होज्जा एवं जहा रयण० समं * उवरिमपुढवीओ चारियाओ तहा सक्कर० वि समं चारेयम्बाओ जाव अहवा चत्तारि सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा एवं एक्केक्काए समं चारेयव्वाओ जाव अंहवा चत्तारि तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण. एगे सक्कर० तिणि वालुयप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० तिष्णि अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एमे रयण. दो सक्कर० दो वालुयप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण० दो सक्कर० दो अहेसत्तमाए होज्जा अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो वालुय. प्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो अहे. सत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण तिण्णि सक्कर० एगे वालुयप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण तिण्णि सक्कर० एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा दो रयण० दो सक्कर० एगे वालुयप्पभाए होज्जा एवं जाव दो रयण० दो
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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