SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 143
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ माकब्बेगन्ति नामक महिला के समाधिमरण का उल्लेख है। ___ इसी प्रकार मोख (धारवाड, कर्नाटक) छवि (जिला धारवाड, कर्नाटक वनवासि कर्नाटक सागरकट्टे कर्नाटक) चिक्क मंगलूर (कर्नाटक), बम्बई (महाराष्ट्र), इंगलेश्वर मनोली (जिला-बेलगाँव, कर्नाटक), मावलि (कर्नाटक), रूगि (बीजापुर, कर्नाटक), नेगलूर (धारवाड़, कर्नाटक), हत्तिमत्तूर (धारवाड़, कर्नाटक), संगूर धारवाड, कर्नाटक), मुलुगुन्द धारवाड, कर्नाटक, कलकेरी (कर्नाटक) चिप्पगिरि जिला बेल्लारी कर्नाटक), वरुण (कर्नाटक), मोटेबेन्नूर धारवाड़, कर्नाटक) साविकेरि धारवाड़, कर्नाटक, गेरसोप्पे कर्नाटक) संगूर धारवाड़, कर्नाटक, हले सोरव कर्नाटक), तगडूर (कर्नाटक), भटकल (उत्तर कनारा, कर्नाटक), गोरसप्पे कर्नाटक), सालूर (कर्नाटक), उम्मत्तूर (कर्नाटक), पेनुकोण्ड (अनन्तपुर, आन्ध्र), अंबले (कर्नाटक), बादगंट्टि धारवाड़, कर्नाटक, गुडगुडि धारवाड़, कर्नाटक), बालेहल्लि (धारवाड़, कर्नाटक), मन्तगि धारवाड़, कर्नाटक), माकतूर (धारवाड़, कर्नाटक},देबूर (बीजापुर, कर्नाटक }, तारेनगल्लु बिल्लारी, कर्नाटक); लोकिकेरे बिल्लारी, कर्नाटक }, गरग धारवाड़, कर्नाटक), कुमठ {उत्तर कनारा, कर्नाटक }, तम्मदहल्लि अनन्तपुर, आन्ध्र) तथा रामपुरम् अनन्तपुर, आन्ध्र} के शिलालेखों में भी समाधिमरण के उल्लेख हैं। ये शिलालेख प्रायः 11 से 14वीं सदी ई. के हैं। शिंगवरम् दक्षिण अकटि, तमिलनाडु के सातवीं सदी के तमिल शिलालेख में, (जो कि इस ग्राम के तिरुनाथरु कुण्रु नामक चट्टान पर अंकित है} 57 दिन के उपवास के बाद चन्दनन्दि, आशिरिगर के दिवंगत होने का वर्णन है। बस्तिपुर कर्नाटक के 10वीं सदी के एक संस्कृत कन्नड़ अभिलेख में आचार्य पुष्पनन्दि के समाधिमरण का वर्णन है। बोधन (निजामाबाद, आन्ध्र) के 11वीं सदी के संस्कृत कन्नड़ स्तम्भ लेख में देवेन्द्र सिद्धान्तमुनीश्वर के शिष्य शुभनन्दि के समाधिमरण का उल्लेख है। __ येत्तिनहट्टि रायचूर, कर्नाटक के लेख में (जो कि सन् 1194 का है} द्राविड़ संघ के अजितसेन मुनि के समाधिमरण का वर्णन है। _ हिरेकोनति धारवाड़, कर्नाटक के 1271 ई. के कन्नड़ शिलालेख में सातिसेट्टि की पत्नी के समाधिमरण का उल्लेख है। यहीं के 1278 ई. के कन्नड़ शिलालेख में जिन भट्टारक के किसी शिष्य के समाधिमरण का उल्लेख है। इन शिलालेखों के अतिरिक्त सुतकोटि धारवाड़, कर्नाटक 1283 ई.}, अलदगेरि' किर्नाटक 13वीं सदी), हिरेअणजि धारवाड़, कर्नाटक, केभावी गुलबर्गा, कर्नाटक, शक 1262}, बोरगांव बिलगांव, कर्नाटक, शक 1322} तथा कडकोल के शिलालेखों में समाधिमरण के उल्लेख हैं। प्राकृतविद्या-जनवरी-दिसम्बर (संयुक्तांक) '2004 00 141
SR No.004377
Book TitlePrakrit Vidya Samadhi Visheshank
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKundkund Bharti Trust
PublisherKundkund Bharti Trust
Publication Year2004
Total Pages224
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy