________________ 746 / / श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: तृतीयो विभागः कसायकुसीले णं भंते ! कतिविहे पन्नत्ते ?, गोयमा ! पंचविहे पराणत्ते, तंजहा-नाणकसायकुसीले दंसणाकसायकुसीले चरित्तकसायकुसीले लिंगकसायकुसीले अहासुहुमकसायकुसीले णामं पंचमे 6 / नियंठे णं भंते ! कतिविहे पराणते ?, गोयमा ! पंचविहे पराणत्ते, तंजहा-- पढमसमयनियंठे अपढमसमयनियंठे चरिमसमयनियठे अचरिमसमयनियंठे ग्रहासुहुमनियंठे णामं पंचमे 6 / सिणाए ण भंते ! कतिविहे पराणते ?, गोयमा ! पंचविहे पराणत्ते, तंजहा-अच्छवी 1 असबले 2 अकम्मसे 3 संसुद्धनाणदसणधरे अरहा . जिणे केवली 4 अपरिस्सावी 5,7, 1 / पुलाए णं भंते ! किं सवेयए होजा अवेदए होजा ?, गोयमा ! सवेयए होजा णो अवेयए होजा 8 / जइ सवेयए होजा कि इत्थिवेदए होजा पुरिसवेयए पुरिसनपुंसगवेदए होजा ?, गोयमा ! नो इत्थिवेदए होजा पुरिसवेयए होजा पुरिसनपुसगवेयए वा होजा है / बउसे णं भंते ! किं सवेदए होजा अवेदए होजा?, गोयमा ! सवेदए होजा णो अवेदए होजा 10 / जइ सवेदए होजा कि इथिवेयए होजा पुरिसवेयए होजा पुरिसनपुंसगवेदए होजा ?, गोयमा ! इस्थिवेयए वा होजा पुरिसवेयए वा होजा पुरिसनपुंसगवेयए वा होजा, एवं पडिसेवणाकुसीलेवि 11 / कसायकुसीले णं भंते ! कि सवेदए ? पुच्छा, गोयमा ! सवेदए वा होजा अवेदए वा होजा 12 / जइ अवेदए कि उवसंतवेदए खीणवेदए होजा ?, गोयमा ! उवसंतवेदए वा खीणवेदए वा होजा 13 / जइ सवेयए होजा किं इत्थिवेदए पुच्छा, गोयमा! तिसुवि जहा बउसो 14 / णियंठे णं भंते ! कि सवेदए पुच्छा, गोयमा ! णो सवेयए होजा अवेयए होजा 15 / जइ अवेयए होजा कि उवसंत पुच्छा, गोयमा ! उवसंतवेयए वा होइ खीणवेयए वा होजा 16 / सिणाए णं भंते ! किं सवेयए होजा ?, जहा नियंठे तहा सिणाएवि, नवरं णो उवसंतवेयए होजा खीणवेयएहोजा १७,२॥सूत्रं७५१॥