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________________ गाथा विषय 5 मतिज्ञानना अर्थावग्रह आदि 24 भेदो अने श्रुतज्ञानना उत्तरभेदोनी सङ्ख्या 12 मतिज्ञानना श्रुतनिश्रित 12 भेदो तथा 336 अने 340 भेदोनुं स्वरूप 13 6 श्रुतज्ञानना अक्षरश्रुत आदि 14 भेदो अने तेनुं सविशेष स्वरूप अढार लिपिनां नाम 14 दीर्घकालीकी, हेतुवादोपदेशिकी अने दृष्टिवादोपदेशिकी संज्ञाओनुं स्वरूप 15 मिथ्यादृष्टिने सम्यक्श्रुतना अभावनी चर्चा आचाराङ्ग आदि 11 अङ्गनां नाम अने पदनी सङ्ख्या दृष्टिवादना पांच भेदो चौदपूर्वनां नाम अने प्रत्येकनी पदसङ्ख्या 7 श्रुतज्ञानना पर्याय आदि 20 भेदो अने तेनुं स्वरूप 8 अवधि, मनःपर्यव अने केवल ज्ञानना भेदो अवधिज्ञानना आनुगामिक आदि छ भेदोनुं सप्रमाण वर्णन हीयमान अने प्रतिपाति अवधिज्ञानमा फरक अवधिज्ञाननी द्रव्यादि चार प्रकारे प्ररूपणा ऋजुमति अने विपुलमति मनःपर्यवज्ञान- स्वरूप मनःपर्यवनी द्रव्यादिभेदोथी प्ररूपणा छप्पन अन्तरद्वीपोनुं सविशेष वर्णन छप्पन अन्तरद्वीपना नामो . केवलज्ञानतुं स्वरूप 9 दृष्टान्तपूर्वक पांच ज्ञानावरण अने नव दर्शनावरणर्नु स्वरूप 10 चक्षुदर्शन, अचक्षुदर्शन, अवधिदर्शन अने केवलदर्शनना आवरण- स्वरूप 27 11-12 निद्रा, निद्रानिद्रा, प्रचला, प्रचलाप्रचला अने स्त्यानधि निद्रानुं स्वरूप 12 वेदनीयकर्मना सातावेदनीय अने असातावेदनीय भेदोनुं स्वरूप 13 चारगतिमां साता असातानो विभाग अने मोहनीयकर्मनी व्याख्या तथा मोहनीयकर्मना बे भेद 14 दर्शनमोहनीयना त्रण भेद सम्यक्त्वने दर्शनमोहनीय केम कही शकाय ? ए शङ्कानुं समाधान 15 तत्त्वोनी सङ्ख्या अने सम्यक्त्वमोहनीयनी व्याख्या नवतत्त्वस्वरूपनिरूपण गाथाओ क्षायिकादिसम्यक्त्वनुं सामान्य स्वरूप 16 मिश्रमोहनीय अने मिथ्यात्वमोहनीयतुं स्वरूप
SR No.004334
Book TitleChatvar Karmgranth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraguptasuri
PublisherJain Atmanand Sabha
Publication Year1997
Total Pages260
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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